नई दिल्लीः बीते रोज़ मंगलवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुसलेमीन (AIMIM) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर लोकसभा में अपने तेवर दिखाए हैं। लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने मोदी सरकार के नारे ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के दावों की धज्जियां उड़ां दीं। उन्होंने कहा कि “मोदी दिल्ली के बादशाह नहीं हैं, जिल्ले इलाही का दौर खत्म हो चुका है, मोदी की आंखों में आंखें डालकर उनकी गलतियों को बयान किया जाएगा।”
ओवैसी ने दावा किया कि मेरी तक़रीर का एक भी पॉइंट संविधान के खिलाफ न है और न होगा। ओवैसी ने बाबरी मस्जिद पर आए कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद पर आए कोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार अपील क्यों नहीं करती। क्या इसलिये क्योंकि इसके बाद मथुरा काशी की बारी है। उन्होंने अपने संबोधन में कश्मीर में हुए एनकाउंटर और परजिनों पर लगाए गए यूएपीए पर भी सवाल उठाए हैं।
गुजरात में एंट्री
जानकारी के लिये बता दें कि ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलिमीन ने अब गुजरात में भी एंट्री कर ली है। यह जानकारी खुद ओवैसी ने दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए कहा कि गुजरात में हमने अभी पहला ही क़दम रखा है, दुश्मन कांपना और मातम मनाना शुरू कर दिए हैं और सियासी महलों में भी ज़लज़ले आना शुरू हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि जब हम बिहार चुनाव लड़ने गये थे तब बैंड बजा पार्टी (कांग्रेस पार्टी) वाले कह रहे थे ओवैसी बिहार वोट काटने आये हैं, लेकिन बिहार के सीमांचल की जनता ने उनको मुंह तोड़ जवाब दिया और हमें कामयाब बनाया, मुझे उम्मीद है गुजरात की जनता भी हमें आशीर्वाद देकर कामयाब करेगी। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूँ कि गुजरात में भी मुझसे क़ाबिल सियासी क़ायदीन पैदा हो जो क़ौम-व-मिल्लत की सही रहनुमाई कर सके, बे-बाक और बे-खौफ हो कर गरीब और मज़लूम अवाम की आवाज़ बन सके।