नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। ओवैसी पर गुरुवार को यूपी के हापुड़ में हमला हुआ था। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि सरकार ने ओवैसी की सुरक्षा की समीक्षा की है। अमर उजाला की ख़बर के मुताबिक़ इसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का फैसला किया गया। हालांकि ओवैसी ने कहा है कि वह न तो डरेंगे और न ही सुरक्षा लेंगे।
जेड श्रेणी सुरक्षा में 22 गार्ड तैनात होते हैं
जेड श्रेणी की सुरक्षा में चार से पांच एनएसजी कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं। इनमें दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के कमांडो व स्थानीय पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं।
ओवैसी की भाषण से नाराज़ थे
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष एवं हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की कार पर फायरिंग करने वाले युवकों ने दलील दी है कि अयोध्या मामले और धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण से आहत होकर उन्होने यह हमला किया।
गौरतलब है कि हापुड़ जिले के पिलखुआ क्षेत्र में गुरूवार शाम छिजारसी टोल प्लाजा के पास कुछ अराजक तत्वों ने ओवैसी की कार को निशाना बनाकर फायरिंग की जब वह मेरठ के किठौर कस्बे में जनसंपर्क करने के बाद नोएडा जा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुये एक हमलावर को धर दबोचा जबकि एक अन्य ने गाजियाबाद के सिंहानी गेट थाने में आत्मसमर्पण कर दिया था।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को बताया कि ओवैसी की कार पर फायरिंग करने वाले शुभम और सचिन नामक युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से एक एक पिस्टल बरामद की गयी है। ओवैसी के प्रतिनिधि यामीन खान की तहरीर पर गिरफ्तार युवकों के खिलाफ हापुड़ के पिलखुआ थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पूछताछ में युवकों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुये दलील दी है कि ओवैसी ने एक धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था, जबकि 2013-14 के दौरान उन्होने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर रोष में आकर जो टिप्पणी की थी, उससे आहत होकर उन्होने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया।
कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और मौके पर वरिष्ठ अधिकारी कैंप कर रहे हैं। गौरतलब है कि फायरिंग की वारदात के बाद ओवैसी ने ट्वीट कर कहा था “कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदुलिल्लाह।”
पुलिस ने घटना के बाद टोल प्लाजा के वीडियो फुटेज खंगाले और इस मामले में गौतमबुद्धनगर के बादलपुर क्षेत्र के निवासी सचिन नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया जबकि देर शाम एक अन्य युवक शुभम ने गाजियाबाद के सिंहानी गेट थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
ओवैसी विधानसभा चुनाव में प्रचार के सिलसिले में मेरठ आये थे जहां से वह जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी किठौर कस्बे के लिये निकले और जनसंपर्क करने के बाद नोएडा के लिये रवाना हो गये। बीच रास्ते में यह वारदात हुयी।