तजामुल इस्लाम: कश्मीर की वह 13 वर्षीय खिलाड़ी जिसने गोल्ड मेडल जीतकर रच दिया इतिहास, जानें कैसा रहा संघर्ष का सफर

कश्मीर के बांदीपोरा जिले की रहने वाली 13 साल की तजामुल इस्लाम ने मिस्र में आयोजित वर्ल्ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप के अंडर-14 वर्ग में एक बार फिर गोल्ड मेडल जीतकर भारत को देश और राज्य का नाम रोशन किया है।

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तजामुल इस्लाम ने फाइनल में अर्जेंटीना की ललीना को हराकर यह उपलब्धि हासिल की है। जानकारी के लिये बता दें कि तजामुल इस्लाम ने दूसरी बार यह उपलब्धि हासिल है। तजामुल इस्लाम ने दूसरी बार विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “यह वास्तव में मेरे लिए गर्व का क्षण था जब मुझे काहिरा, मिस्र में विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में फिर से स्वर्ण पदक मिला, 2021 अब मैं 2 बार विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियन हूं”।

तजामुल ने 2016 में आठ साल की उम्र में इटली में विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप जीतकर देश को गौरवान्वित किया था, इसी के साथ तजामुल इस तरह किकबॉक्सिंग में सब जूनियर स्तर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गईं।

कौन हैं तजामुल इस्लाम? भारत की युवा किकबॉक्सिंग सनसनी

तजमुल इस्लाम कश्मीर के बांदीपोरा के तारकापोरा नामक एक छोटे से गाँव की रहने वाली हैं। उनके पिता अपनी आजीविका चलाने के लिये गाड़ी चलाते हैं। उनके परिवार में उनकी माँ और चार भाई-बहन हैं। तजामुल बांदीपोरा में अपनी खुद की खेल अकादमी भी चलाती हैं, जहां वे युवा लड़कियों को किकबॉक्सिंग में प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रशिक्षित करती हैं। इससे पहले भी तजामुल जिला, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की किकबॉक्सिंग प्रतियोगिताओं में कई पुरस्कार जीत चुकी हैं, इसके जीत के बाद उन्होंने अपनी मेडल संख्या में एक और इज़ाफा कर लिया है।

तजामुल की इस सफलता पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के कार्यालय ने भी ट्विटर पर उनकी प्रशंसा की है। उप-राज्यपाल ने ट्वीट किया कि तजामुल ने अप्रत्याशित उपलब्धि हासिल की और पूरे देश को गौरवान्वित किया “बांदीपोरा के तजामुल इस्लाम को काहिरा मिस्र में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने के लिए बहुत-बहुत बधाई। विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप 2021 में हमारे युवा किकबॉक्सिंग चैंपियन ने पिछले कुछ वर्षों में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। उनका जुनून और अद्वितीय धैर्य की उनकी एथलेटिक यात्रा देश के कई युवाओं को नए मील के पत्थर हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।”