ग्वालियरः एक बार फिर महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर हिंदू महासभा ने हत्यारे नाथूराम गोडसे को सुर्खियों में ला दिया है। हिंदू महासभा ने बापू की पुण्यतिथि को गोडसे-आप्टे स्मृति दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान हिंदू महासभा ने पांच हिन्दू रक्षकों को ‘गोडसे-आप्टे भारत रत्न’ सम्मान से सम्मानित किया है। इसमें बापू पर अभद्र टिप्पणी करने वाले संत कालीचरण सहित 5 हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं को शामिल किया है।
ग्वालियर में बापू के हत्यारे का गुणगान
आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। पूरा देश बापू को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। ग्वालियर में इसके उलट बापू के हत्यारे का गुणगान किया जा रहा है। हिंदू महासभा कार्यालय पर बापू की पुण्यतिथि को गोडसे-आप्टे स्मृति दिवस के रूप में मनाया। कार्यक्रम में संत कालीचरण सहित पांच कार्यकर्ताओं को शॉल श्रीफल देकर गोडसे-आप्टे भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
कालीचरण की गैरमौजूदगी में प्रमोद लोह पात्र ने लिया सम्मान
संत कालीचरण की गैरमौजूदगी में उनका सम्मान हिंदू महासभा भाई प्रमोद लोह पात्र ने लिया। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने कहा कि आज के दिन ही हुतात्मा नाथूराम गोडसे ने दुरात्मा महात्मा गांधी को गोली मारी थी। बापू की ही वजह थी इस देश का बंटवारा हुआ। हजारों लाखों हिंदुओं का कत्लेआम हुआ था।
एक सप्ताह पहले कर दी थी कार्यक्रम की घोषणा
हिंदू महासभा ने इस कार्यक्रम की एक सप्ताह पहले ही घोषणा कर दी थी, लेकिन जिला प्रशासन और सरकार की तरफ से न तो इस कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की गई और न ही हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई की गई। हर बार कई वर्षों से हिंदू महासभा अपने कार्यालय में नाथूराम गोडसे की पूजा करती आ रही है। इसके साथ ही समय-समय पर हत्यारे गोडसे और आप्टे को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।जिला प्रशासन ने नहीं लिया कोई एक्शन
इसके बावजूद आज तक जिला प्रशासन और सरकार की तरफ से हिंदू महासभा पर किसी भी तरह की कोई एक्शन नहीं लिया गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हिंदू महासभा को सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन का पूरी तरह से संरक्षण प्राप्त है। यही वजह है कि वह बेखौफ बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की जय जयकार बोलते हैं। उनका गुणगान करते हैं।
हिंदू महासभा के कार्यक्रम को लेकर जब क्राइम ब्रांच के एएसपी राजेश दंडोतिया से बातचीत की तो उनका कहना है कि यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है। मैं दिखा रहा हूं। वह इस मामले को लेकर बचते नजर आए। हिंदू महासभा के इस कार्यक्रम को देखने के लिए एक पुलिसकर्मी कार्यालय पर आया लेकिन उसे भी हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने भगा दिया।