नई दिल्ली: बॉक्सिंग विश्व चैंपियन निकहत ज़रीन ने हिजाब को लेकर बेबाकी से जवाब दिया है। सोमवार को उन्होंने स्कूल कॉलेजों में मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनने को लेकर कहा कि किसी की पोशाक पूरी तरह से उसकी पसंद का विषय है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि “यह पूरी तरह से उनकी अपनी पसंद है। मैं उनकी पसंद पर टिप्पणी नहीं कर सकती। मेरी अपनी पसंद है। मुझे ऐसे कपड़े पहनना पसंद हैं। मुझे ऐसे कपड़े पहनने से कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरे परिवार को मेरे ऐसे कपड़े पहनने से कोई फर्क नहीं पड़ता। इसलिए, मुझे परवाह नहीं है कि लोग मेरे बारे में क्या कहते हैं।”
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ निकहत ज़रीन ने कहा, “लेकिन अगर वे हिजाब पहनना चाहती हैं और अपने धर्म का पालन करना चाहती हैं, तो यह उनकी निजी पसंद है। मुझे उनके हिजाब पहनने से कोई समस्या नहीं है। आखिरकार यह उनकी अपनी पसंद है। मैं इसके साथ ठीक हूं।”
क्या है हिजाब विवाद?
गौरतलब है कि बीते वर्ष दिसंबर में कर्नाटक के उडुपी जिले से यह विवाद शुरू हुआ था। उडुपी के एक सरकारी इंटर कॉलेज में छह लड़कियों को हिजाब पहनने की वजह से क्लास अटेंड करने से रोक दिया गया था। क्लास में आने से रोके जाने के बाद उन लड़कियों ने विरोध करना शुरू किया। यह विवाद इतना बढ़ा कि इसमें भगवाधारी संगठन भी शामिल हो गए, उन्होंने हिजाब के विरोध में भगवा पहनकर विरोध जताना शुरू कर दिया।
इसके बाद यह विवाद पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया। कर्नाटक हाई कोर्ट में इस मुद्दे पर 11 दिन सुनवाई हुई। 15 मार्च को हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि हिजाब पहनना इस्लाम का अभिन्न हिस्सा नहीं है और छात्राएं यूनिफॉर्म पहनने से इनकार नहीं कर सकती हैं। कोर्ट ने क्लासरूम में हिजाब बैन करने के कर्नाटक सरकार के फैसले को बरकरार रखा। कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी गई है, जहां सुनवाई होनी बाकी है।