मुंबई। न्यूज़ 18 के एंकर अमिश देवगन के ख़िलाफ झूठी ख़बर फैलाने आरोप में पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है। अमिश पर आरोप है कि उसने एक मई, 2020 को प्रसारित अपने टीवी शो ‘आर पार’ में कुर्ला मस्जिद में नमाज़ अदा करने वाले मुसलमानों को लेकर फर्जी ख़बर चलाई थी। शो के दौरान अमिश देवगन ने लॉकडाउन के दौरान कुर्ला मस्जिद के पास लोगों के ज़मा होने का दावा करते हुए एक वीडियो भी दिखाया था, लेकिन वह वीडियो फर्जी पाया गया।
पब्लिक केयर फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य शहजाद ख़ान और ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (INTUC) के अध्यक्ष अज़ीम खान ने अमीश देवगन और उसके चैनल न्यूज़ 18 के खिलाफ फेक न्यूज़ फैलाने के लिए शिकायत दर्ज करने की मांग की है। अमिश देवगन पर फेक न्यूज़ फैलाकर मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को आहत करने का भी आरोप लगाया गया है।
शहजाद खान ने एक न्यूज़ वेबसाईट से बातचीत में कहा कि 29 अप्रैल को कुर्ला में एक विवाद हुआ था। लेकिन, अमिश देवगन ने एक मई को उसका वीडियो प्रसारित किया और दावा किया कि यह उसी दिन का वीडियो है। शहजाद के मुताबिक स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच विवाद वफाती लेन इलाके में हुआ, जो कुर्ला मस्जिद के आस-पास भी नहीं है।
शहजाद ने कहा कि अमीश देवगन के शो ने न केवल उनकी भावना को आहत किया है, बल्कि महाराष्ट्र सरकार पर हमले का नेतृत्व भी किया है क्योंकि अमिश ने सरकार द्वारा किए गए लॉकडाउन लगाने के नियमों पर सवाल उठाया है। शहज़ाद ने कहा कि मुंबई पुलिस और मुस्लिम समुदाय को अमीश देवगन की फर्जी खबरों से निशाना बनाया गया और इस तरह उन्होंने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ता एनजीओ ने फर्जी खबरें फैलाने के लिए अमिश देवगन और News18 पर धारा 129 (ए) और धारा 124 (ए) के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। इस शिकायत में कहा गया है कि एक मई को शाम 7:40 बजे अमीश देवगन का शो ‘आर-पार’ प्रसारित किया गया था, जिसमें देवगन ने फर्जी न्यूज़ दिखाई और दावा किया कि तालाबंदी के बीच मुस्लिम समुदाय कुर्ला मस्जिद में नमाज़ अदा कर रहा था।
अमिश ने अपने शो में दावा किया था कि “इस समय की बहुत बडी ख़बर, कुर्ला से तस्वीरें आ रही हैं, वहां पर नमाज़ के बाद मस्जिद में लोगों की ज्यादा भीड़ थी तो पुलिस वहां पर गई और पुलिस के साथ बदसलूकी हुई है।” अमिश ने गलतबयानी करते हुए मस्जिद में ज़मा लोगों की एक क्लिप भी दिखाई, जो दावे के मुताबिक कुर्ला की नहीं थी।