सोशल मीडिया के दौर में कई ऐसी ख़बरे पढ़ने और सुनने को मिल जाती हैं, जो बेहद मर्मस्पर्शी होती हैं। आज भी एक ऐसी ख़बर है, जो दिल को छू लेने वाली है। इसे पढ़ने के बाद आंखें नम हो जाएंगी और इंसानीयत पर से भरोसा उठ जाएगा। मामला छत्तीसगढ़ का है। जहां इंसानों ने एक नवजात बच्ची को खेत में मरने के लिए छोड़ दिया, मगर जानवरों ने बच्ची को अपना लिया और उसकी रक्षा में जुट गए।
खबर पढ़कर मन व्यथित हो गया.
बच्ची को पुलिस ने अस्पताल पहुंचा दिया है, मामले की छानबीन जारी है.
यदि आप बेटा-बेटी में भेद-भाव की सोच से ग्रस्त हैं तो आप अभिभावक बनने लायक नहीं हैं.
दोषियों को कानून के तहत सख्त सजा मिले. ऐसे पाप रोकें, दकियानूसी सोच त्यागें, बेटा-बेटी एक समान मानें. pic.twitter.com/JDD5tQExSu— Dipanshu Kabra (@ipskabra) December 19, 2021
इस ख़बर से सवासोशल मीडिया के दौर में कई ऐसी ख़बरे पढ़ने और सुनने को मिल जाती हैं, जो बेहद मर्मस्पर्शी होती हैं। आज भी एक ऐसी ख़बर है, जो दिल को छू लेने वाली है। इसे पढ़ने के बाद आंखें नम हो जाएंगी और इंसानीयत पर से भरोसा उठ जाएगा. मामला छत्तीसगढ़ का है। जहां इंसानों ने एक नवजात बच्ची को खेत में मरने के लिए छोड़ दिया, मगर जानवरों ने बच्ची को अपना लिया और उसकी रक्षा में जुट गए. इस ख़बर से सवाल उठने लगा है कि क्या बेटी होना गुनाह है क्या?ल उठने लगा है कि क्या बेटी होना गुनाह है क्या?
रिपोर्ट के अनुसार, ये ख़बर छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिला का है. यहां लोरमी क्षेत्र के सरिसतल गांव में किसी ने नवजात बच्ची को कड़ाके की ठंड में खेत में छोड़ दिया था। बच्ची की नाभी से जन्मनली लगी थी और उस पर एक कपड़ा तक नहीं था। सबसे अच्छी बात ये थी कि आस-पास के कुत्ते ने बच्ची को कुछ नहीं किया। कुत्तों ने बच्ची की रक्षा भी की।
आइपीएस अधिकारी ने ट्विटर पर इस खबर से संबंधित एक पोस्ट भी किया है। पोस्ट में उन्होंने लिखा है- खबर पढ़कर मन व्यथित हो गया. बच्ची को पुलिस ने अस्पताल पहुंचा दिया है, मामले की छानबीन जारी है। यदि आप बेटा-बेटी में भेद-भाव की सोच से ग्रस्त हैं तो आप अभिभावक बनने लायक नहीं हैं. दोषियों को कानून के तहत सख्त सजा मिले। ऐसे पाप रोकें, दकियानूसी सोच त्यागें, बेटा-बेटी एक समान मानें।
ये ख़बर वाकई में मर्मस्पर्शी है। इस खबर पर लोगों की कई प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. एक यूज़र ने लिखा है- बेहद दुखद घटना है ये। वहीं एक अन्य यूज़र ने लिखा है- इंसानों ने ठुकराया, मगर जानवरों ने अपना लिया।