नन्ही फ़ातिमा को क्यों बताया जा रहा है भारत-पाकिस्तान मुक़ाबले की असली विजेता

माउंट मौंगानुई: भारत बनाम पाकिस्तान कभी एक साधारण मुक़ाबला नहीं होता। लेकिन रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ महिला विश्व कप का मुक़ाबला और भी यादगार बना जब मुख्य नायिका रहीं पाकिस्तान के ख़ेमे में एक छः महीने की सदस्या।

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भारत ने पाकिस्तान को 107 रन से जब हरा दिया तो भारतीय खिलाड़ियों का दिल पाकिस्तान कप्तान बिस्माह मारूफ़ की बेटी फ़ातिमा ने जीत लिया। स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर समेत कई भारतीय खिलाड़ियों के बिस्माह और उनकी बेटी से भेंट के चित्र चंद घंटों में दुनिया भर में वायरल होने लगे।

सोमवार को पाकिस्तानी ऑलराउंडर निदा डार का कहना था कि भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच दोस्ती और सौहार्द का वातावरण सालों से रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम भारत के विरुद्ध अधिक मैच नहीं खेल पाते लेकिन जब भी ऐसा मौक़ा मिलता है तो ढेर सारी बातें होती हैं। कभी मैच पर तो कभी मैदान के बाहर की बातें। दोनों टीमों में बहुत गहरी दोस्ती है और उम्मीद है कि यह हमेशा बनी रहेगी।मैच एक साइड पर रहता है हमेशा और दोस्ती अपनी जगह पर है। हमें बड़ा अच्छा लगा कि भारतीय खिलाड़ी आए और हमसे मिले और हमसे बातें की। ख़ासकर बिस्माह की बच्ची के साथ खेले। फ़ातिमा को वैसे भी सब का लाड-प्यार पसंद है और उसे भी बड़ा मज़ा आया होगा।’

मैच से पहले ही सोशल मीडिया पर बिस्माह और उनकी पुत्री छा चुकीं थीं जब एक तस्वीर में वह फ़ातिमा को गोदी में लिए अपनी टीम की साथी सहित उनके पालने को स्टेडियम में अपने साथ अंदर ले जाती दिखीं। यह महिला क्रिकेट के लिए एक अनोखा दृश्य था और इसने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की नई मातृत्व नीति के विज्ञापन का रूप धारण किया। भारतीय उपमहाद्वीप में बिस्माह ऐसी पहली क्रिकेटर बनीं जिन्होंने मातृत्व अवकाश के बाद एक प्रतियोगी मैच में वापसी की।

पीसीबी के नए दिशानिर्देश के अनुसार ही 30 वर्षीय बिस्माह अपनी बेटी और अपनी माता, जो फ़ातिमा का ख़्याल रखती हैं जब वह मैच या अभ्यास में व्यस्त हों, के साथ पाकिस्तान से न्यूज़ीलैंड तक का सफ़र तय कर सकीं। पीसीबी ने बिस्माह के साथ उनकी बच्ची और मां के सफ़र और रहने के ख़र्चे में आधे हिस्से का भुगतान किया है।

रविवार के मुक़ाबले और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी वापसी के बाद बिस्माह का कहना था, ‘विश्व कप में आकर मैच खेलना एक अलग एहसास था। मैं थोड़ी भावुक भी थी। मेरी मां और बेटी दोनों मेरे साथ थे। मैं इस टूर्नामेंट में कुछ ख़ास करना चाहती हूं क्योंकि वह दोनों यहां आए हैं।’