मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर स्थित भारतीय किसान यूनियन की राजधानी सिसौली में आयोजित मासिक पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान व विधायक उमेश मलिक को निशाने पर रखते हुए खुली चेतावनी दी कि सिसौली में हुए मामले को निपटा ले, अन्यथा अच्छा नहीं होगा। उन्होंने तल्ख लहजे में कहा कि यह उनका आदेश हैं कि इस मामले को निपटा लिया जाये ताकि आपसी भाईचारा कायम रहे, अन्यथा कुछ भी हो सकता हैं।लम्बे अरसे के बाद भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत में भारी भीड़ दिखाई दी। जिसमें भारतीय किसान यूनियन से जुडे पुराने दिग्गजो की मौजूदगी भी दर्ज हुई।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने साफ कहा कि कुछ लोग इस मामले में नेता बन रहे है, जबकि हमने इन लोगों के धरा 307 से लेकर 302 तक के मामले निपटाये हैं। जब इन लोगों को उनकी जरूरत थी तो वे इधर उधर घूमते थे। आज सिसौली के ये चंद लोग नेता बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि उमेश मलिक व संजीव बालियान को वोट देकर नेता बनाया है। आज यही लोग आम जनता को बली का बकरा बना रहे है। ऐसा व्यवहार चलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि वे मंत्री संजीव बालियान को सलाह नहीं आदेश देते है कि इस मामले को जल्दी निपटा ले, वरना पैर रखने की जगह नहीं मिलेगी। समझौता नहीं होता तो चाहे जबरदस्ती उठा लो।
उन्होंने कहा कि वे खाप के जिम्मेदार है। बच्चो से फरियाद नहीं बल्कि सीधे उन्हें आदेश दिया जाता है। यहां मौजूद बहावडी के थाम्बेदार बाबा श्याम सिंह मलिक ने कहा कि गठवाला खाप पूरी तरह से किसान के साथ है। किसान की लडाई को आगे लडना हैं। ऐसी स्थिति में इस आंदोलन को कमजोर नहीं होने दिया जायेगा। एक समय में भारतीय किसान यूनियन के मजबूत स्तम्भ रहे गुलाम मोहम्मद जौला ने मंच पर मौजूद रहकर किसानो में जोश भरा। उन्होंने कहा कि उमेश मलिक का जिस दिन किसानो ने विरोध् किया तो उस प्रोग्राम में उन्हें आयोजको द्वारा झूठ बोलकर ले जाया गया था। वे पूरी तरह से टिकैत परिवार की साथ है।
उन्होंने कहा कि मुसलमान का भाजपा से क्या मतलब हो सकता है। वे किसान के साथ है। किसी ओर से कोई ताल्लुक नहीं रख सकते। यहां भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि प्रदेश में किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है ताकि किसानों के आंदोलन को तोडा जा सके। यहां तक की थानो में भी किसान की सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे हालात में किसान के सामने आंदोलन के अलावा कोई चारा नहीं है।
ऐतिहासिक होगी 5 सितंबर की पंचायत
केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनो के विरोध में पहले से ही तय पांच सितंबर की मुजफ्फरनगर महा पंचायत का स्वरूप अब बदला हुआ दिखाई देगा। इस महापंचायत में एक लाख से ज्यादा किसान आने की बात कही जा रही है। सिसौली में हुई मासिक पंचायत में इस बात का ऐलान किया गया कि यह महापंचायत ऐतिहासिक होगी। इसके लिए देश के कोने-कोने से किसानो को आने का न्यौता दिया गया हैं। भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि सरकार किसान आंदोलन को हल्के में ले रही है। ऐसे में किसान भी अब ताकत दिखाकर बता देगा कि किसान में कितना दम है।
उन्होंने कहा कि यह महापंचायत छोटी मोटी नहीं होगी। बल्कि इस दिन पूरा जिला जाम हो जायेगा। उन्होंने कहा कि किसान सवेरे ही मुजफ्फरनगर के लिए कूच कर जाये। राजकीय इंटर कॉलिज के मैदान में पैर रखने की जगह नहीं रहनी चाहिए। यही से सरकार को किसान ऐकता का संदेश जायेगा।
मंच पर दिखा एकता का संगम
मुजफ्फरनगर के सिसौली में भारतीय किसान यूनियन के मंच पर हिन्दू मुस्लिम एकता का संगम दिखाई दिया। यहां गुलाम मौहम्मद जौला के साथ मुस्लिम समाज के कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी दर्ज हुई। पुरकाजी चेयरमैन एवं भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता जहीर फारूकी यहां टिकैत परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडे नजर आये। इसके अलावा मुस्लिम किसानों की भी यहां कापफी संख्या दिखाई दी। जिसके चलते माना जा रहा है कि पांच सितम्बर की किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादोन, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, बाबा श्याम सिंह बहावडी, धीरज लाटियान, मांगेराम त्यागी, दिगम्बर सिंह, किसान संयुक्त मोर्चा से जुड़े जगतार सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश चौहान, सोमपाल बालियान, कमल मित्तल आदि मंच पर मौजूद रहे। अध्यक्षता इलम सिंह ने की। संचालन भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंन्द्र मलिक ने किया।