नई दिल्लीः भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शिकस्त दरअसल संकीर्णतावाद और नस्लवाद की हार ही नहीं बल्कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी निजी पराजय है।
पार्टी ने कहा कि इस हार ने दुनिया के राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक समीकरणों की एक नई राह खोल दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अतुल कुमार अनजान ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप की हार और डेमोक्रेटि पार्टी के जो बिडेन की जीत संकीर्णता और नस्लवादी रुझान की हार है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने खुलकर अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में दखलंदाजी की। उन्होंने अमेरिकी शहर ह्यूस्टन की रैली में ट्रंप की जीत के लिए अपील ही नहीं कि बल्कि सैकड़ों करोड़ रुपया खर्च कर अहमदाबाद बुला कर ‘नमस्ते ट्रंप’ का आयोजन किया।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अनजान ने कहा कि खुलेआम प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की विदेश इकाइयों ने हवन , पूजा इत्यादि का आयोजन कर ट्रंप की जीत के लिए अमरीकी भारतवंशियों से खुलकर मदद की अपील की। वास्तविकता में श्री ट्रंप की हार श्री नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत निजी हार है।
मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने जा रहे जो बिडेन को शनिवार देर जीत की बधाई दी है और इसके साथ ही उन्होंने भारतीय मूल की कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति बनने पर उन्हें भी शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने श्री बिडेन को बधाई देते हुए ट्वीट किया, “आपकी शानदार जीत के लिए बधाई। उपराष्ट्रपति के तौर पर भारत-अमेरिका रिश्तों को लेकर दिया गया आपका योगदान महत्वपूर्ण और अमूल्य रहा। मैं भारत-अमेरिका संबंधों को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने में एक बार फिर साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं।”
वहीं, पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में भारतीय मूल की कमला हैरिस को भी उपराष्ट्रपति बनने की बधाई दी है। उन्होंने लिखा, “कमला हैरिस आपको शुभकामनाएं। आपकी सफलता प्रेरणा देने वाली है। यह न केवल आपकी चिट्टियों के लिए, बल्कि सभी भारतीय-अमेरिकियों के लिए गौरवशाली क्षण है। मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व और सहयोग से भारत-अमेरिका संबंध नयी ऊंचाइयां प्राप्त करेंगे।”