नई दिल्लीः केन्द्रयी अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी इन दिनों कश्मीर में हैं। जहां वे जिला विकास परिषद चुनाव अभियान में जुटे हैं। मुख्तार अब्बास नकवी ने आज बल्हामा, श्रीनगर में जन सभा को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंथनिरपेक्षता, केंद्र की मोदी सरकार के लिए “वोट का सौदा” नहीं बल्कि “समावेशी विकास का मसौदा” है। “मोदी युग” “इकबाल, इंसाफ और ईमान” का युग है जहाँ देश और देशवासियों की सुरक्षा, समृद्धि प्राथमिकता है।
जम्मू कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्रीय दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार ने दिल्ली के सत्ता के गलियारे से “कुनबे के करप्शन” को खत्म किया, उसी तरह जम्मू-कश्मीर से भी “कुनबे के करप्शन” का सफाया होगा। उन्होंने कहा कि 370 की आड़ में “वंशवाद की राजनीति” करने वालों ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को विकास की मुख्यधारा एवं उनके अधिकारों से षड़यंत्र के तहत दूर रखा। भारतीय जनता पार्टी जम्मू-कश्मीर को खुशहाली के रास्ते पर आगे ले जाएगी।
केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एक बार फिर दोहराया कि 370 के खात्मे के बाद जम्मू-कश्मीर-लद्दाख के लोगों के “जर, जंगल, जमीन” के अधिकार पूरी तरह सुरक्षित हैं। जम्मू-कश्मीर, लेह-कारगिल के लोगों के व्यापार, कृषि, रोजगार, संस्कृति, जमीन-संपत्ति आदि के अधिकारों को संपूर्ण संवैधानिक सुरक्षा दी गई है।
जानकारी के लिये बता दें कि पांच अगस्त 2019 को केन्द्र सरकार द्वारा कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 और 35 ए को निष्प्रभावी बना दिया गया था। साथ ही जम्मू कश्मीर को तीन राज्यों में बांटकर कश्मीर, जम्मू, और लद्दाख को केन्द्र शासित राज्य बना दिया गया था। केन्द्र सरकार के इस फैसले के बाद कश्मीर में काई महीनों तक कर्फ्यू जैसी स्थिती रही, लेकिन अब केन्द्र सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि हालात सामान्य हैं।