हैदराबाद: केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा है कि देश में हिजाब पहनने पर कोई पाबंदी नहीं है। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ तेलंगाना में एनटीआर स्टेडियम में आयोजित 37वें हुनर हाट का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए नकवी ने कहा,“मामला पहले से ही अदालत में विचाराधीन है। देश में लोग कुछ भी पहनने के लिए स्वतंत्र हैं।” उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कुछ संस्थान शिष्टाचार के लिए कुछ ड्रेस कोड लाए हों। लोगों को समझना चाहिए कि अधिकार और कर्तव्य समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
हुनर हट पर क्या बोले
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पिछले सात वर्षों में ‘हुनर हाट’ द्वारा आठ लाख दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों को रोजगार और रोजगार के अवसर मुहैया करा कर उन्हें अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा से जोड़ा गया है। नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’, ‘स्वदेशी से स्वावलंबन’ का प्रभावी प्रकल्प है। देश भर में आयोजित किये जा रहे ‘हुनर हाटों’ की श्रृंखला में 37वें ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी एवं श्री मुख्तार अब्बास नकवी एवं तेलंगाना के गृह मंत्री महमूद अली ने आज तेलंगाना के हैदराबाद स्थित एनटीआर स्टेडियम के इंदिरा पार्क में किया।
इस अवसर पर जयकिशन रेड्डी ने कहा,“‘हुनर हाट’ में भारत की अनेकता में एकता की ताकत देखने को मिलती है। भारत की प्राचीन विरासत के दर्शन होते हैं।” उन्होंने कहा,“ ‘हुनर हाट’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया जैसे अभियान को मजबूती दे रहा है। हुनर हाट, देश की पारम्परिक कला, कौशल, गौरवशाली विरासत के प्रोटेक्शन और प्रमोशन का प्रभावी मंच है।” उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में ‘हुनर हाट’ ने छोटे-छोटे दस्तकारों, शिल्पकारों को मौका-के साथ-साथ बाजार भी मिला है।
महमूद अली ने कहा कि दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार और मार्किट मुहैया कराने की केंद्र सरकार की ‘हुनर हाट’ जैसी योजनाएं सराहनीय हैं। ‘हुनर हाट’ से देश भर के कारीगरों को रोजगार और रोजगार के मौके तो मिल ही रहे हैं साथ ही उनके उत्पादनों की मार्केटिंग का बड़ा अवसर भी उपलब्ध हो रहा है। नकवी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने स्वदेशी विरासत के प्रमोशन के लिए ‘मिशन मोड’ पर काम शुरू किया है। इसका नतीजा है कि देश के दूर-दराज के क्षेत्रों के लाखों दस्तकारी, शिल्पकारी से जुड़े परिवारों को नई ऊर्जा-उत्साह और उनकी पुश्तैनी विरासत को एक बार फिर ‘हुनर हाट’ से मौका-मार्किट मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में ‘हुनर हाट’ द्वारा 8 लाख दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों को रोजगार और रोजगार के अवसर मुहैया करा कर उन्हें अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा से जोड़ा गया है। ‘हुनर हाट’, प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘स्वदेशी से स्वावलम्बन’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान का ‘विश्वसनीय ब्रांड’ साबित हुआ है। नकवी ने कहा कि हैदराबाद में 25 फरवरी से छह मार्च तक आयोजित ‘हुनर हाट’ में असम, तेलंगाना, बिहार, आंध्र प्रदेश, गुजरात, लद्दाख, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, नागालैंड, मेघालय, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, गोवा, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, हरियाणा सहित 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 700 से ज्यादा दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर भाग ले रहे हैं। ये दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर अपने साथ मिट्टी, लकड़ी, लोहे, ब्रास, बेंत, कांच, संगमरमर आदि के बने हस्तनिर्मित स्वदेशी दुर्लभ उत्पाद बिक्री एवं प्रदर्शनी के लिए लेकर आये हैं।
देश के विभिन्न पारम्परिक पकवान, सर्कस, देश के जाने-माने कलाकारों के सांस्कृतिक, गीत-संगीत के कार्यक्रम यहाँ आने वाले लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं। इसके अलावा ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत ‘हुनर हाट’ में देश भर के महान स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास एवं स्वतंत्रता संग्राम में उन महानायकों की भूमिका को भी बहुत सुन्दर तरह से दर्शाया गया है। जिससे खासकर युवा पीढ़ी को देश के गौरवमय इतिहास से रूबरू होने का मौका मिल रहा है। हैदराबाद ‘हुनर हाट’ में पंकज उधास, अल्ताफ राजा, सुदेश भोंसले, सुरेश वाडेकर, महालक्ष्मी अय्यर, जूनियर महमूद, मोहित खन्ना, भूपिंदर सिंह भुप्पी, रेखा राज, उपासना सिंह, नूरन सिस्टर्स, प्रिया मल्लिक, गुंजन सक्सेना, रानी इन्द्राणी, अंकिता पाठक, रितेश मिश्रा आदि मशहूर कलाकार अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगें।
आने वाले दिनों में ‘हुनर हाट’ का आयोजन गुवाहाटी, नई दिल्ली, मैसुरु, पुणे, अहमदाबाद, भोपाल, पटना, मुंबई, जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोवा, जयपुर, बेंगलुरु, कोटा, सिक्किम, श्रीनगर, लेह, शिलांग, रांची, अगरतला एवं अन्य स्थानों पर भी होगा।