पटना: एक तरफ जहाँ पूरे देश में धर्म और जात के नाम पर भारत को बांटने का काम किया जा रहा है, वहीं सांप्रदायिक सौहार्द की एक नायाब मिसाल कायम किया है बिहार के एक मुस्लिम परिवार ने.
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के कैथवलिया क्षेत्र में बनने वाले दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर ‘विराट रामायण मंदिर’ के लिए अपनी 2.5 करोड़ रुपये की जमीन दान में दे दी हैं. सोमवार को पटना में मौजूद महावीर मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि जमीन इश्तियाक अहमद खान ने दान की है, जो गुवाहाटी के निवासी हैं और पूर्वी चंपारण में व्यापार करते हैं.
पूर्व IPS अधिकारी कुणाल ने कहा कि खान और उनके परिवार का यह दान दो समुदायों के बीच आपसी सामाजिक मोहब्बत और भाईचारे का एक बेहतरीन उदाहरण है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के साथ के बिना इस मंदिर परियोजना को साकार करना मुश्किल होता.
ऊंचे शिखरों वाले होंगे 18 मंदिर
अब तक इस मंदिर के निर्माण के लिए महावीर मंदिर ट्रस्ट को 125 एकड़ जमीन मिल चुकी है. सूत्रों के मुताबिक ट्रस्ट को जल्द ही 25 एकड़ जमीन और मिल जाएगी. बात इस मंदिर की करे तो कहा जा रहा है कि विराट रामायण मंदिर विश्व प्रसिद्ध कंबोडिया का अंकोरवाट परिसर से भी ऊंचा होगा, जिसकी ऊचाई 215 फीट है. कहा जा रहा है कि इस मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग होगा. इस मंदिर के निर्माण में 500 करोड़ रूपये की लागत आएगी.
राम की रुकी थी बारात
लोग का मानना है कि जनकपुर से अयोध्या लौटते वक्त भगवान राम की बारात देवकी नदी के किनारे जिस स्थान पर एक रात के लिए रुकी थी, उसी जगह पर विराट रामायण मंदिर का निर्माण हो रहा है.