मुरादनगर श्मशानघाट हादसे की हो न्याय जांच, पीड़ितों को मिले 25-25 लाख रुपये मुआवज़ा : शादाब

नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुरादनगर श्मशान घाट हादसे के बाद विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं। विपक्ष का आरोप है कि यह हादसा सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण हुआ है, जिसने दो दर्जन से अधिक लोगों को ज़िंदगी से महरूम कर दिया।  पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान ने आने वाले दिनों में पीस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मुरादनगर पहुंचेगा और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा।

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उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में पीस पार्टी पूरी तरह से पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी हुई है। गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार दोपहर श्मशान घाट के प्रवेश द्वार के साथ बने गलियारे की छत गिरने से मलबे में दब पर करीब 25 लोगों की मौत हुई थी। हादसे में दो दर्जन से लोग घायल हो गए थे। श्मशान में गलियारे का निर्माण घटिया निर्माण सामग्री से किया जा रहा है। शादाब ने कहा कि पीस पार्टी मांग करती है कि पीड़ित परिवारों को 25-25 लाख रुपये का मुआवज़ा और एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।

शादाब ने कहा कि यूपी सरकार में भ्रष्टाचार का बोल बाला है, इसी के चलते 25 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, और दर्जन भर से अधिक लोग घायल हैं। उन्होंने कि इस हादसे की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए। बता दें कि दिल्ली से सटे ग़ाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट पर बने बरामदे का लिंटर गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में ठेकेदार अजय त्यागी समेत दो सरकारी कर्मचारियों को भी गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।

जानकारी के लिये बता दें कि मुरादनगर के श्मशानघाट के जीर्णोधार के लिये 55 लाख के टेंडर अजय त्यागी नामी ठेकेदार को दिया गया था, जिस बरामदे का लिंटर गिरा है वह तीन महीने पहले ही बना था। अजय त्यागी ने गिरफ्तारी के बाद बताया था कि उसने सरकारी अफरसों को 16 लाख रुपये की रिश्वत दी थी।