नई दिल्लीः यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) का 2021 का परीक्षा परिणाम आज घोषित हो गया है। इस बार के परीक्षा परिणाम में मुस्लिम उम्मीदवारों का प्रदर्शन पिछले 12 वर्षों में उनके परिणामों की तुलना में सबसे खराब रहा है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार 30 मई, 2022 को घोषित परिणाण में 685 उम्मीदवारों का चयन हुआ है। जिसमें से केवल 23 मुस्लिम हैं, और कोई भी शीर्ष 100 की सूची में भी कोई मुस्लिम उम्मीदवार शामिल नहीं है। इस परीक्षा में अरीबा नोमान ने 109 वीं रैंक हासिल की है।
जानकारी के लिये बता दें कि UPSC ने पांच अप्रैल से 25 मई, 2022 तक 2021 के उम्मीदवारों के व्यक्तिगत साक्षात्कार आयोजित किए। सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2021 को पास करने के बाद कुल 68 मुस्लिम व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए थे। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने जनवरी 2022 में आयोजित सीएसई मुख्य परीक्षा और अप्रैल / मई 2022 में आयोजित व्यक्तिगत साक्षात्कार के आधार पर सिविल सेवा परीक्षा के अंतिम परिणाम की घोषणा की है।
श्रुति शर्मा ने पहली रैंक हासिल की है, जबकि अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है। 2020 में, कुल 761 उम्मीदवारों ने UPSC सिविल सेवा की अंतिम परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी। CSE 2020 परीक्षा पास करने वाले कुल 761 में से 545 पुरुष और 216 महिलाएं थीं। शुभम कुमार ऑल इंडिया टॉपर थे जबकि जागृति अवस्थी और अंकिता जैन 2020 की परीक्षा में दूसरे और तीसरे स्थान पर थे।
यूपीएससी 2021 में मुसलमानों की सूची-
अरीबा नोमान (रैंक 109)
मोहम्मद सुबूर खान (रैंक 125)
सैयद मुस्तफा हाशम (रैंक 162)
अफनान अब्दु समद (रैंक 274)
अरशद मोहम्मद (रैंक 276)
मोहम्मद साकिब आलम (रैंक 279)
असरार अहमद किचलू (रैंक 287)
मोहम्मद अब्दुल रावूफ शेख (रैंक 309)
नाज़ीश उमर अंसारी (रैंक 344)
फैसल खान (रैंक 364)
शुमाइला चौधरी (रैंक 368)
महविश टाक (386)
मोहम्मद कमरुद्दीन खान (रैंक 414)
मोहम्मद शब्बीर (रैंक 419)
फैसल रज़ा (रैंक 441)
मासूम रज़ा खान (रैंक 457)
आसिफ ए (रैंक 464)
मुस्कान डागर (रैंक 474)
तहसीन बानो द्वेदी (रैंक 482)
शेख मोहम्मद ज़ैब जाकिर (रैंक 496)
मोहम्मद सिद्दीक शरीफ (रैंक 516)
मोहम्मद शौकत अज़ीम (रैंक 545)
अनवर हुसैन (रैंक 600)
बीते वर्षों में कैसा रहा प्रदर्शन
पिछले कुछ वर्षों के परिणामों को देखने से पता चलता है कि 2020 में 761 उम्मीदवारों में से कुल 31 मुसलमानों ने सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) को क्रैक किया। 2019 में, 42 मुस्लिम उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की थी जबकि 2018 में सिर्फ 27 मुस्लिम उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की थी।
2016 और 2017 मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए सबसे उज्ज्वल अवधि थी। इस परीक्षा 2016 में, 52 मुस्लिम सफल उम्मीदवारों की सूची में थे, जबकि 2017 में उनकी संख्या 50 थी। 2015 में, संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा अनुशंसित 1,078 उम्मीदवारों में से 34 मुस्लिम थे जबकि 2014 में कुल 1,236 उम्मीदवारों की सूची में 38 मुस्लिम थे। 2013 में, कुल 34 मुसलमानों ने परीक्षा पास की थी, जबकि 2012 में, 30 मुस्लिम सफल उम्मीदवारों में से थे, और इनमें से चार शीर्ष 100 में थे।
इसी तरह 2012 में, 30 मुसलमान सफल उम्मीदवारों में से थे और 2011 में, 31 मुसलमान सिविल सेवाओं के लिए चुने गए 920 में से थे। इसी तरह, 2010 में 875 सफल उम्मीदवारों में 21 मुस्लिम थे, जिनमें कश्मीर के डॉ. शाह फैसल ने राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षा में टॉप किया था। 2009 में 791 सफल उम्मीदवारों की सूची में कुल 31 मुस्लिम थे।