लखनऊ/नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की राजधानीलखनऊ के 21 वर्षीय छात्र मोहम्मद यासिर खान ने लंदन स्थित किंग्स कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव जीता है। उनकी इस कामयाबी ने सिर्फ लखनऊ बल्कि भारत का भी नाम रौशन किया है। लॉ मार्टिनियर कॉलेज के पूर्व छात्र, यासिर ख़ान का दावा है कि वह केसीएलएसयू के 149 वर्षों के इतिहास में इस पद को धारण करने वाले पहले भारतीय हैं।
अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक़ किंग्स कॉलेज में छात्र संघ का नेतृत्व करने के लिए उत्साहित यासिर ने कहा, “यह एक ऐसा समय है जब केसीएल के छात्र कोविड से प्रभावित होने के बाद सामान्य जीवन में वापस लौट रहे हैं। मैं छात्रों के कल्याण के लिए काम करने के लिए तत्पर हूं।”
अंतरराष्ट्रीय संबंधों का अध्ययन करने वाले बीए द्वितीय वर्ष के छात्र, यासिर ख़ान अब 150 राष्ट्रीयताओं के 40,000 छात्रों के एक पूल का नेतृत्व करेंगे। उनका कार्यकाल जुलाई से शुरू होगा। केसीएल में यासिर की प्राथमिकता स्नातकों के लिए पूर्व छात्रों के कार्ड को फिर से पेश करना, केसीएल ‘बिरादरी’ को मुफ्त सैनिटरी उत्पाद प्रदान करना, ट्यूशन शुल्क में छूट, वार्षिक शुल्क के लिए एक किस्त कार्यक्रम शुरू करना और केसीएल आवासों पर किराए को कम करना होगा।
यासिर के पिता, मोहम्मद नासिर खान, एक व्यवसायी हैं। वे अपने बेटी की कामयाबी पर खुश हैं, उनके बेटे ने एक नेता होने के अपने जुनून को आगे बढ़ाया है। नासिर ने कहते हैं, “यासिर अपने कॉलेज में प्रीफेक्ट थे और अब उन्होंने यूके में हमारे शहर का नाम गौरवान्वित किया है। मुझे यह जानकर बहुत गर्व हो रहा है कि वह इस पद को संभालने वाले पहले भारतीय हैं।”
यासिर के छोटे भाई ज़ैद खान, लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई कर रहे हैं। जैद ने कहा कि उनके भाई को यूनाइटेड किंगडम में इस तरह के एक प्रतिष्ठित संस्थान के छात्र संघ का नेतृत्व करते हुए देखना बहुत खुशी की बात है।