नई दिल्लीः लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने जीत दर्ज की है। इस मैच में भारतीय तेज़ गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने भी अपने जौहर दिखाकर कमाल कर दिया. उन्होंने इस टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 4-4 विकेट लिए. इसी के साथ मोहम्मद सिराज ने एक ऐसे कीर्तिमान को छुआ जो सिर्फ पूर्व कप्तान कपिल देव के नाम है.
मोहम्मद सिराज का यह लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में पहला मैच था. उन्होंने इस मैच में आठ विकेट लेकर 1983 के वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान रहे कपिल देव की बराबरी कर ली है. कपिल ने 1982 में यहां आठ विकेट लिए थे. तब कपिल देव ने पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में तीन विकेट चटकाए थे. इसके अलावा पूर्व तेज गेंदबाज ज़हीर खान, रूद्र प्रताप सिंह और मौजूदा खिलाड़ी इशांत शर्मा भी यहां एक मैच में सात-सात विकेट ले चुके हैं. हालांकि इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में इशांत शर्मा टॉप पर हैं.
इशांत ने यहां अबतक 17 विकेट लिए हैं. वहीं इसके बाद दिग्गज महान स्पिनर गेंदबाज अनिल कुंबले का नाम आता है. कुंबले ने यहां 12 विकेट लिए हैं. जानकारी के लिये बता दें कि इस मैच में भारतीय तेज गेंदबाजों ने पहले बल्ले से कमाल दिखाकर इंग्लैंड पर दबाव बनाया और फिर अपनी धारदार गेंदबाजी से उसकी बल्लेबाजी की कम तोड़ दी, जिससे विराट कोहली की टीम ने यहां लार्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में 151 रन से बड़ी जीत दर्ज करके पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली है.
भारत ने मैच के पांचवें और आखिरी दिन इंग्लैंड के सामने 60 ओवर में 272 रन का लक्ष्य रखा था लेकिन मोहम्मद सिराज (32 रन देकर चार) जसप्रीत बुमराह (33 रन देकर तीन) इशांत शर्मा (13 रन देकर दो) और मोहम्मद शमी (13 रन देकर एक) ने इंग्लैंड टीम को 52वें ओवर में ही 120 रन पर ढेर कर दिया.
इससे पहले भारत ने मोहम्मद शमी (70 गेंदों पर नाबाद 56) और जसप्रीत बुमराह (64 गेंदों पर नाबाद 34) के बीच नौवें विकेट के लिये 89 रन की अटूट साझेदारी से अपनी दूसरी पारी आठ विकेट पर 298 रन पर समाप्त घोषित की थी.
भारत ने केएल राहुल के 129 रन की मदद से अपनी पहली पारी में 364 रन बनाए थे जिसके जवाब में इंग्लैंड ने जो रूट की नाबाद 180 रन की पारी की बदौलत 391 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी. भारत द्वारा लार्ड्स पर दर्ज की जाने वाली विजय में यह 19 मैचों में तीसरी जीत है. उसने इससे पहले 1986 और 2014 में इस ऐतिहासिक मैदान पर जीत दर्ज की थी.