रांचीः लौहनगरी जमशेदपुर के युवक मोहम्मद जमशेद खान ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) केंद्रीकृत भर्ती बोर्ड 2019 परीक्षा में वैज्ञानिक-इंजीनियर एससी-मैकेनिकल के पद के लिए ऑल इंडिया रैंकिंग में 11वां स्थान हासिल किया है। इसरो ने दो दिन पहले ही इसके नतीजे घोषित किए थे।
इसरो सेंट्रलाइज्ड रिक्रूटमेंट बोर्ड 2019 ने जनवरी 2020 के महीने में एससी स्तर के वैज्ञानिकों के चयन के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी और परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों का साक्षात्कार जुलाई 2021 में आयोजित किया गया था।
आजादनगर स्थित चूनाशाह कॉलोनी (मानगो) के रहने वाले मोहम्मद जमशेद ने अपनी स्कूली शिक्षा केरला पब्लिक स्कूल मानगो से पूरी की तो कॉलेज की पढ़ाई करीम सिटी कॉलेज में की। इसके बाद उन्होंने राजीव गांधी टेक्निकल यूनिवर्सिटी भोपाल से बीटेक की पढ़ाई की तो एमटेक की पढ़ाई जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली से पूरी की।
वर्तमान में मोहम्मद जमशेद डीआरडीओ में जूनियर रिसर्चर के तौर पर काम कर रहे हैं। सफलता प्राप्त करने पर उन्होंने कहा कि इसरो में साइंटिस्ट बनना किसी सपने के सच होने से कम नहीं। बचपन से उनका सपना एपीजे अब्दुल कलाम की राह पर चलना था। इसरो में चयन होना, इस दिशा में पहला कदम है। मोहम्मद जमशेद कहते हैं कि मिसाइलमैन उनके प्रेरणास्रोत रहे हैं।
जामिया के छात्रों का दबदबा
जानकारी के लिये बता दें कि हाल ही में आए नतीजों में जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) के इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय के पूर्व छात्र मोहम्मद काशिफ़ ने वैज्ञानिक/ इंजीनियर ‘एससी’-मैकेनिकल (पोस्ट नंबर बीई002) पद के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) केंद्रीकृत भर्ती बोर्ड-2019 परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया है। इसरो ने दो दिन पहले नतीजे घोषित किए थे। जामिया छात्र काशिफ ने वर्ष 2019 में जामिया से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया था. काशिफ के अलावा उनकी कक्षा के दो अन्य छात्रों अमित कुमार भारद्वाज और अरीब अहमद को भी प्रतिष्ठित अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में समान पद के लिए चुना गया है।
इसरो सेंट्रलाइज्ड रिक्रूटमेंट बोर्ड-2019 ने जनवरी, 2020 के महीने में एससी स्तर के वैज्ञानिकों के चयन के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी और परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों का साक्षात्कार जुलाई, 2021 में आयोजित किया गया था। जामिया के छात्रों के प्रदर्शन से उत्साहित, कुलपति प्रो नजमा अख्तर ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि यह उपलब्धि अन्य छात्रों को अनुसंधान में अपना करियर बनाने और इसमें उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।
हाल ही में घोषित एनआईआरएफ रैंकिंग में जामिया विश्वविद्यालय श्रेणी में पिछले साल के मुकाबले इस साल 10वें से चार पायदान ऊपर बढ़कर छठे स्थान पर पहुंच गया है, कुलपति इसका श्रेय विश्वविद्यालय में अनुसंधान के माहौल में सुधार को देती हैं।