तब्लीगी जमात पर सऊदी अरब की ओर से होने वाली बयानबाजी का जमीयत उलेमा ए हिंद के नेताओं ने कड़ा विरोध किया है। माना जा रहा है कि सऊदी सरकार विश्व में फैले तब्लीग़ी जमात पर प्रतिबंध लगा सकता है। सऊदी सरकार के इस्लामिक मामलों के मंत्रालय की ओर से किए गए ट्वीट्स में साफ नज़र आ रहा है कि सऊदी सरकार तब्लीग़ी जमात को प्रतिबंधित करने जा रही है।
सऊदी के इस रुख पर जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि जो लोग तब्लीगी जमात का विरोध कर रहे हैं वे या तो आधारहीन प्रचार से प्रभावित हैं या तथ्यों से अनजान हैं। जमीयत उलमा-ए-हिंद के सचिव नियाज अहमद फारूकी ने एक बयान में कहा, तब्लीगी जमात वर्तमान में दुनिया भर में सबसे बड़ा शांतिपूर्ण धार्मिक और रचनात्मक आंदोलन है।
इस्लामिक मामलों के मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर एक एक ट्वीट में तब्लीग़ी जमात को आतंकवाद का द्वार बताया था। बता दें कि वर्तमान में, संगठन के सक्रिय सदस्य दुनिया भर में फैले हुए हैं और मुख्य रूप से भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और दक्षिण पूर्व एशिया में हैं। यह संगठन मुसलमानों के बीच इस्लामी मूल्यों का प्रचार करने के लिए जाना जाता है और लोगों से आग्रह करता है कि वे सही इस्लामी मूल्य मानता है उसका पालन करें।