नई दिल्लीः जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने धार्मिक संस्थानों और संगठनों के हिसाब-किताब में पारदर्शिता और उसे वेबसाइट पर प्रकाशित करने के प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि जमीयत उलेमा ने इस सम्बंध में काफी पहले से पहल की है और हम जमीयत की वेबसाइट https://jamiat.org.in/ पर मासिक हिसाब निरंतर प्रकाशित कर रहे हैं।
जमीयत ने कहा कि इसमें ऑडिट की हुई वार्षिक बैलेंस-शीट का प्रकाशन भी शामिल है। संपूर्ण हिसाब तक पहुंच जमीयत उलेमा के सभी सहयोगियों, दान कर्ताओं और रजिस्टर्ड सदस्यों को सामान्य तौर पर उपलब्ध है। विस्तृत हिसाब-किताब तक पहुंच आवश्यकतानुसार मांगे गए एक्सेस कोड Access code द्वारा प्राप्त किया जा सकता है।
मौलाना मदनी ने आगे कहा कि हम जमीयत के खातों में पूरी पारदर्शिता बरतते हैं और लोगों को अपने क्रियाकलापों और संपूर्ण खातों के बारे में अवगत कराने की पूरी कोशिश करते हैं। मौलाना मदनी ने जमीयत से जुड़ी संस्थानों को विशेष रूप से निर्देश दिया है कि वह भी इस सम्बंध में कदम उठाएं और अपने हिसाब-किताब को पूरी पारदर्शिता के साथ ऑडिट कराने और प्रकाशित कराने का पूरा प्रबंध करें।