हिजाब विवाद: कॉलेज ने खत्म किया ड्रेस कोड, हिजाब में छात्राओं को मिलेगी कॉलेज में एंट्री

बेंगलुरु: कर्नाटक में हिजाब विवाद जारी है। कर्नाटक के हाई कोर्ट में इसे लेकर सुनावाई चल रही है। इस बीच मैसूर के एक कॉलेज में ड्रेस कोड हटा दिया है। इसके बाद से अब मुस्लिम छात्राएं हिजाब में क्लास में आ सकती हैं। प्राइवेट कॉलेज ने मुस्लिम छात्रों को हिजाब के साथ कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति देने के लिए शुक्रवार को अपना ड्रेस कोड कैंसिल कर दिया।

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न्यूज़ 24 की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ मैसूर के डीडीपीयू के डीके श्रीनिवास मूर्ति ने कहा कि चार छात्रों ने बिना हिजाब के कक्षाओं में जाने से इनकार कर दिया और वे विरोध कर रहे थे। कुछ संगठनों ने उन्हें समर्थन दिया। मैंने आज कॉलेज का दौरा किया और सभी से चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस बीच कॉलेज ने घोषणा की कि वह छात्रों को कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति देने के अपने ड्रेस कोड को रद्द कर रहा है।

वहीं राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने पहले ही कहा है कि अब छात्रों के प्रति कोई नरम रवैया नहीं होगा और अंतरिम आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है। कर्नाटक के तुमकुर में में कानून तोड़ने के आरोप में 10 छात्रोओं पर केस दर्ज किया गया है।

हिजाब और बुर्का पहने कुछ मुस्लिम छात्राओं ने तुमकुर के गर्ल्स एम्प्रेस गवर्नमेंट पीयू कॉलेज के बाहर एंट्री से रोके जाने पर हिजाब नियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। छात्राओं ने सड़कों पर उतरते समय ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे भी लगाए। 17 फरवरी को तुमकुर में हुए प्रदर्शन पर एक्शन लेते हुए अब कर्नाटक पुलिस ने 10 लड़कियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 149 143, 145, 188 के तहत FIR दर्ज की है।

हिजाब विवाद को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा था कि जब तक सुनवाई चल रही है। कोई भी छात्र या छात्राएं धार्मिक पोशाक पहनकर कॉलेज न जाए।