ममता और महुआ दे रहीं भाजपा को उसी की भाषा में जवाब

विक्रम सिंह चौहान

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प्रचंड बहुमत वाली मोदी सरकार को लताड़ने का ममता बनर्जी और महुआ मोइत्रा ने बेस्ट फार्मूला ईजाद किया है। कुछ दिन पहले महुआ मोइत्रा ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को निशाने पर लिया था, उन्होंने दावा किया था कि राजभवन में धनखड़ ने अपने रिश्तेदारों, अपने गांव के लोगों और परिचितों की नियुक्ति किया है. महुआ मोइत्रा ने सबके नाम सहित एक सूची ट्विटर पर साझा की थीं, जिसका जवाब बीजेपी आज तक दे नहीं पाई है।

आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने संघ के क़रीबी माने जाने वाले बंगाल के राज्यपाल को  ‘करप्टेड मैन’ यानि भ्रष्ट व्यक्ति कह दिया. उन्होंने कहा कि धनखड़ का नाम 1996 हवाला जैन मामले की चार्जशीट में था. ममता बनर्जी ने कहा कि अगर केंद्र सरकार को  हवाला जैन मामले का पता नहीं है तो मैं खुद कहती हूं कि चार्जशीट निकालिए, उस चार्जशीट में उनका नाम था कि नहीं था? ममता ने सीधे केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले आपने उसे मैनेज किया फिर कोर्ट केस हुआ और अभी तक उस कोर्ट केस का फैसला नहीं हुआ है. बताया जा रहा है इस मामले में धनखड़ चुपचाप स्टे लेकर बैठे हैं.

ममता ने कहा कि इस मामले में पीआईएल भी दाखिल की गई और अभी भी वह लंबित है. ममता और महुआ जिस तरह से राज्यपाल के पद पर बैठें संघ के इस आदमी पर अटैक कर रही हैं वही सही तरीका है इस संवैधानिक पद की गरिमा बचाने के लिए. मोदी ने संघ के निठल्लों को राज्यपाल पद बांट दिया है. और संविधान के विपरीत जाकर ये संघ का एजेंडा सभी राज्यों में लागू कर रहे हैं.दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री चुप हैं, लेकिन ममता और महुआ चुप नहीं बैठी हैं. ममता के इस आरोप के बाद एक बार फिर राजभवन से लेकर दिल्ली तक भूचाल आ गया है.ममता को जनमत हासिल हैं,और जनमत का कैसे इस्तेमाल करना चाहिए ये बंगाल की शेरनी ममता बनर्जी और महुआ मोइत्रा को अच्छे से आता है।

(लेखक स्वतंत्रि टिप्पणीकार हैं, ये उनके निजी विचार हैं)