बहुत सारी लड़कियों और लड़कों के दिमाग में यह सवाल चलता रहता है कि पीरि’यड्स क्यों आती है या फिर लड़कों को पीरि’यड्स या मा’सिक धर्म क्यों आता है तो हम आपको बता देते हैं कि यह प्रकृति का दिया गया एक अनूठा तोहफा है और यह कुदरती और प्राकृतिक है. इस बदलाव को हमारे शरीर में आना बहुत ही जरूरी होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लड़कों को भी पीरि’यड्स आते हैं या हो सकता है. अभी तक आपने सुना होगा कि केवल महिलाओं को ही पीरि’यड्स आने की समस्या होती है, लेकिन अगर आपको पता चले कि महिलाओं की तरह पुरुषों को भी होती है मा’सिक धर्म की शिकायत, तो आप यकीन नहीं करेंगे, लेकिन ये सच है.
पुरुषों को मा’सिक धर्म के दौरान उनके पेट में दर्द, कमर में दर्द, उदासी जैसी समस्याएं होती है. पुरुषों को मा’सिक धर्म की बात सुनकर आपको हैरानी जरूर हो रही होगी, लेकिन यह बात बिल्कुल सच है. यह बात एक सर्वे के बाद सामने आई है. क्या आपको पता है कि महिलाओं की तरह पुरुषों को भी पीरि’यड्स होते हैं. पीरि’यड्स के दिनों में उन्हें भी पेट में दर्द, मूड स्विंग्स और उदासी जैसी समस्याओं से लड़ना पड़ता है. आपको यह सब सुनकर बहुत ही आश्चर्य हो रहा होगा, लेकिन यह सच है. एक सर्वे के दौरान यह बात समझी गई है कि पुरुषों को भी माह’वारी जैसी समस्या आती है. आज हम उसके लक्षण और बाकी कारणों के बारे में बताएंगे .
पुरुषों को होनी वाली इस समस्या को आईएमएस कहते हैं. यह एक मेडिकल टर्म है, यानि इरिटेबल मेल सिंड्रोम, इसके लक्षण जब दिखाई देते हैं, तो उन्हें खुद समझ नहीं आता की आखिर उन्हें क्या हो रहा है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार पुरुषों के शरीर में समय-समय पर टेस्टोस्टेरोन हार्मोन (Testosterone Hormone) का स्तर कम ज्यादा होता रहता है, जिसकी वजह से पीरि’यड्स में दिखने वाले लक्षण जैसे थकान, पेट दर्द, सिर दर्द, कमर में दर्द, डिप्रेशन, मूड स्विंग जैसी समस्याएं होने लगती है. मेडिकल रिसर्च में इसे मेल पीरियड्स कहते हैं.
दौरान पुरूषों को चिड़चिड़ाहट और गुस्सा आता है
पेट में दर्द, उदासी और मूड स्विंग जैसी समस्या होती है
उन्हें खाना अच्छा नहीं लगता, तनाव महसूस होता है
उनके शरीर में दर्द होता है, लेकिन ब्लि’डिंग नहीं होती.
एक सर्वे में पुरुषों ने इस बात को स्वीकार किया है कि उन्हें मा’सिक धर्म आते हैं. हालांकि यह हर किसी के लिए एक समान नहीं होते हैं. इस दौरान उनके शरीर में हॉर्मोनल डिसबैलेंस होता है बस फर्क इतना है कि उन्हें पैड की जरूरत नहीं होती है. आपको बता दें कि यह सर्वे 2412 लोगों पर किया गया था। जिनमें से 26 प्रतिशत पुरुषों में पीरि’यड्स होने के लक्षण पाए गए थें.
वहीं 33 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि इस दौरान वह अपने पार्टनर को मजबूत बनने की सलाह देती हैं, क्योंकि उन्हें इस दर्द का एहसास है. इस सर्वे में 56 प्रतिशत पुरुषों में चिड़चिड़ेपन, 51 प्रतिशत में थकान, 47 प्रतिशत में क्रेविंग, 43 प्रतिशत में ज्यादा भूख लगने, 43 प्रतिशत में छोटी सी बात पर दुखी हो जाने और 15 प्रतिशत में शरीर के फूल जाने जैसे लक्षण पाए गए थे.
एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, चार में से एक पुरुष को हर महीने पीरि’यड्स होते हैं. सर्वे के मुताबिक, पुरुषों में पीरि’यड्स के लक्षण महिलाओं के पीरि’यड्स की तरह ही होते हैं, बस पुरुषों को महिलाओं की तरह नहीं होती है. इस दौरान पुरुषों को भी पेट में दर्द, थकान और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं होती हैं. सिर्फ यही नहीं, इस दौरान उनकी क्रेविंग भी बढ़ जाती है, यानी उनका भी अलग-अलग चीजें खाने का मन करता है.
पेट में सिकाई के लिए गर्म पानी का बैग या हिटिंग पैड दे सकते हैं।उनसे बातें करें, अगर उन्हें अच्छा ना लगे तो अकेला छोड़ दें
उदासी दूर करने के लिए ध्यान करें या फिर अपनी पसंद का काम करें।म्यूजिक सुनें मूवी देखें या फिर कोई हॉबी करें.