लखनऊः पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता इंजीनियर शादाब चौहान ने एटीएस द्वारा लखनऊ से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों को क़ानूनी सहायता देने का एलान किया है। उन्होंने एक वीडियो जारी करके कहा कि पीस पार्टी हाल ही में गिरफ्तार किए गए लोगों को न सिर्फ क़ानूनी बल्कि जरूरत पड़ने पर आर्थिक सहायता भी प्रदान कराएगी।
अगर आतंकवाद को मुसलमानों के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया जाएगा तो न्याय के लिए हर संविधानिक मदद के लिए तैयार हैं.
If terrorism is used as a political weapon against muslims then we will provide Legal,Financial & political help.@ANI @awasthis @AmanChopra_ @aajtak @AMISHDEVGAN pic.twitter.com/TTqEwR5l3a— Shadab Chauhan شاداب چوہان (@shadab_chouhan1) July 15, 2021
शादाब चौहान ने कहा कि हम आतंकवाद के सख्त खिलाफ हैं लेकिन आतंकवाद को मुसलमानों के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल करते हुए उनकी जिंदगी कोई बर्बाद करेगा तो हम हर संवैधानिक संघर्ष के लिए तैयार हैं क्योंकि हमने देखा है कि 15-20 साल बाद ऐसे ऐसी घटनाओं में मासूम मुसलमान बरी हुए हैं उनकी जिंदगी कौन लौट आएगा?
हम आतंकवाद के सख्त खिलाफ हैं लेकिन आतंकवाद को मुसलमानों के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल करते हुए उनकी जिंदगी कोई बर्बाद करेगा तो हम हर संवैधानिक संघर्ष के लिए तैयार हैं क्योंकि हमने देखा है कि 15-20 साल बाद ऐसे ऐसी घटनाओं में मासूम मुसलमान बरी हुए हैं उनकी जिंदगी कौन लौट आएगा
— Shadab Chauhan شاداب چوہان (@shadab_chouhan1) July 16, 2021
उन्होंने कहा कि लखनऊ में आतंकवाद के नाम पर पकड़े गए लोगों को हम कानूनी,आर्थिक,सामाजिक और राजनीतिक मदद मुहैया कराई कराएंगे.आतंकवाद को मुसलमानों के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल नहीं होने देंगे,डॉ अयूब साहब के नेतृत्व में न्याय को आधार मानकर संविधानिक संघर्ष करेंगे। पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि अगर आतंकवाद को मुसलमानों के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया जाएगा तो न्याय के लिए हर संविधानिक मदद के लिए तैयार हैं।
क्या है मामला
जानकारी के लिये बता दें कि यूपी एटीएस 11 जुलाई को लखनऊ से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था. इन दोनों के नाम मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर बताए गए हैं. मिनहाज को लखनऊ के काकोरी स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। वहीं, मसीरुद्दीन को राजधानी के नौबस्ता इलाके से अरेस्ट किया गया. एटीएस द्वारा गईं इन गिरफ्तारियों पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। गिरफ्तार युवक मसीरुद्दीन की पत्नी सईदा ने दावा किया है कि वो डेढ़ साल पहले तक ई-रिक्शा चलाता था।