- कुल 1400 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन देगा कुवैत
- किसी देश ने कुवैत जितनी बड़ी मदद नहीं की
- ऑक्सीजन सिलिंडर, कन्सन्ट्रेटर और दवाइयाँ अलग से
नई दिल्ली। कुवैत ने भारत को सबसे बड़ी मेडिकल सप्लाई की है। माना जा रहा है कि इतिहास में यह सबसे बड़ी मेडिकल मदद में से एक है। कुवैत ने मात्र पाँच दिन में भारत को इतनी ऑक्सीजन दे दी है कि इससे कई लाख मरीज़ों का इलाज किया जा सकता है। अब तक कुवैत 215 मीट्रिक टन ऑक्सीजन रवाना कर चुका है और कुल 1400 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजेगा। यह बहुत बड़ी मदद है और भारत की ऑक्सीजन की बहुत बड़ी मदद को यह पूरा कर देगा।
भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय और भारत में कुवैत दूतावास से प्राप्त सूचना के आधार पर यह पता चला है कि कुवैत ने भारत को 215 मीट्रिक टन मेडिकल लिक्विड ऑक्सीजन दी है। यह तीन अलग अलग जहाज़ों में लद कर भारत आ रही है। इसमें से एक जहाज़ आईएनएस कोलकाता भारत पहुँच भी चुका है।
कुवैत दूतावास की प्रेस रिलीज़ में कहा गया कि कुवैत ने भारत को 215 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन भेज दी है। इसके अतिरिक्त 2600 ऑक्सीजन सिलिंडर भी भेजे हैं। भारतीय नौसेना के आईएनएस कोलकाता ने 10 मई को इसकी पहली खेप मंगलूर पहुँचा दी है। भारत में कुवैत के राजदूत अलनजम ने मीडिया को बताया कि 1400 मीट्रिक टन तक यह मदद जारी रहेगी। कुवैत ने व्यावसायिक मालवाहक जहाज़ से 5 मई 2021 को 75 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन औऱ 1000 ऑक्सीजन सिलिंडर भारत के लिए रवाना किए। इसी दिन यानी 5 मई को भारतीय नौसेना का जहाज़ आईएनएस कोलकाता 40 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन और 200 ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर रवाना हुआ जो मंगलूर के तट पर पहुँच चुका है। भारतीय नौसेना के दो जहाज़ आईएनएस कोच्ची और आईएनएस तबार कुवैत के सुवेख बंदरगाह से 100 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन और 1400 ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर रवाना हो चुके हैं और एक दो दिन में मुम्बई पहुँचने वाले हैं।
कुवैत के उद्योग राज्य मंत्री डॉ. अब्दुल्लाह ईसा अल सलमान ने 4 मई से कुवैत के बंदरगाह से यह मदद भिजवाने का इंतज़ाम किया है जो 1400 मीट्रिक टन की ज़रूरत पूरी होने तक जारी रहेगा। इस जहाज़ों में दवाइयाँ और अन्य ज़रूरी मेडिकल सामान भी है। इसके पहले कुवैत वायु सेना के जहाज़ों ने कुवैत रेड क्रिसेंट (कुवैत लाल चाँद एनजीओ) का 4 मई को 40 टन राहत सामग्री भारत पहुँचाई थी। वायु सेना ने 282 ऑक्सीजन सिलिंडर और 60 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर भी इस राहत सामग्री में डाली थी। कुवैत ने दोहराया है कि वह संकट के इस समय में भारत के साथ है। भारत में कुवैत के राजदूत अलनजम ने भारत की मदद करने की प्रतिबद्धता दोहराई है।