नई दिल्लीः सोशल एक्टिविस्ट और United Against Hate के सदस्य ख़ालिद सैफ़ी को जेल में 20 महीने का समय गुजर चुका है। 20 महीने पूरे होने पर ख़ालिद सैफी की पत्नी नगरिस सैफ़ी ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट की है, इस पोस्ट में उन्होंने ख़ालिद समेत तमाम सोशल एक्टिविस्टों की रिहाई की दुआ करते हुए अपना दर्द भी ज़ाहिर किया है। नरगिस ने पोस्ट करते हुए लिखा कि “ख़ालिद को हम से जुदा हुए 20 महीने हो गए,दर्द और तकलीफ़ वो ही पहले दिन वाली है।”
उन्होंने लिखा कि तकलीफ़ इस बात की कैसे एक पूरे परिवार को बेगुनाह होने की सजा मिल रही है।खालीद अकेले जेल में नही है, में और मेरे बच्चे भी एक न दिखने वाली जेल में है। अभी थोड़े दिन पहले मरियम (ख़ालिद सैफ़ी की बेटी) को बुखार हुआ उस वक्त बस उसने अपने अब्बू को ही याद किया, कि अम्मी अब्बू को बुलाओ। उसकी हर ड्राइंग में वो और उस के अब्बू खेलते हुए साथ होते है। अभी लगातार 5,6 दिन से लगातार जब कोर्ट की तारीख पड़ रही थी तो अपने अब्बू की एक झलक देखने के लिए बच्चे कभी कोर्ट तो कभी जेल रहे थे मेरे साथ।
नरगिस ने सवाल किया कि क्या कसूर है उन सब का जो हमारे लिए जेलो में कैद है? सर्दी आ गई है, जब आप गरम पानी से नहाएं तो उन को याद करना के वो आप के लिए सर्दी में ठंडे पानी से नहा रहे है। उन्होंने समाज से सवाल किया कि जब आप गरम बिस्तर में सोए तो उन सभी को याद करना के कैसे वो ठंडी रातों में फर्श पर सो रहे है। याद करना उन की कुर्बानियों को, आप सब के लिए की गई उन वफादारी को और एक पल के लिए ये सोचना के आप ने उन सब के लिए क्या किया।
समाज को संबोधित करते हुए नरगिस ने कहा कि आप तो उन के लिए बोल और लिख भी नहीं रहे। खालिद सैफी,उमर खालिद, शरजील इमाम, मीरान, गुलफ़िशा, अतहर और जितने लोग हैं, वो आप के लिए, आप के हक की आवाज़ को बुलंद करने की सजा काट रहे है, उन को याद करो और उन के लिए लिखो।
जानकारी के लिये बता दें कि ख़ालिद सैफी को फरवरी 2020 में दिल्ली आराम पार्क इलाक़े से गिरफ्तार किया था। इसके बाद दिल्ली में दंगे हो गए, पुलिस ने इन दंगों में ख़ालिद सैफ़ी को भी आरोपी बनाया है। उनके ऊपर यूएपीए लगाया गया है।