कर्नाटक: हिजाब, मेला के बाद अब ‘हलाल’ मीट पर विवाद, पूर्व CM बोले कहां ले जाएंगे राज्य को

बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने हलाल मीट को आर्थिक जिहाद बताया और वह कुछ दक्षिणपंथी समूह हिंदुओं से ‘हलाल’ मांस का इस्तेमाल नहीं करने की अपील कर रहे हैं। हिंदू जनजागृति समिति के हलाल उत्पादों के खिलाफ देशव्यापी अभियान को हवा देते हुए सीटी रवि ने हलाल को कट्टरपंथी इस्लामवादियों की ओर से किया गया आर्थिक जिहाद बताते हुए इस मुद्दे को एक अलग दिशा दी है।

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सीटी रवि ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “हलाल एक आर्थिक जिहाद है। इसका मतलब है कि मुसलमानों को अन्य धार्मिक समूहों के साथ व्यापार करना चाहिए इसलिए हलाल का इस्तेमाल आर्थिक जिहाद के रूप में किया जाता है।” उन्होंने कहा,“हलाल एक आर्थिक जिहाद है। इसका मतलब है कि इसका इस्तेमाल जिहाद की तरह किया जाता है ताकि मुसलमानों को अन्य के साथ व्यापार नहीं करना चाहिए। यह लागू किया गया है। जब वे सोचते हैं कि हलाल मांस का इस्तेमाल होना चाहिए तो इसमें यह कहने में क्या गलत है कि इसका इस्तेमाल नहीं होना चाहिए?”

इस बीच कर्नाटक हिंदू जनजागृति समिति के प्रवक्ता मोहन गौड़ा ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि हलाल गैर-मुस्लिम समूहों को केवल मुसलमानों से उत्पाद खरीदने और भारी धन कमाने का एक व्यावसायिक योजना है। उन्होंने कहा कि धन का उपयोग जिहाद को अंजाम देने और राष्ट्र विरोधी साजिश रचने के लिए किया जाता है। उन्होंने ट्विटर हैंडल से जारी वीडियो में आग्रह किया, “हम सभी हिंदुओं से हलाल मांस, हलाल उत्पादों का बहिष्कार करने और झटका मांस का उपयोग करने का आग्रह करते हैं, जिसमें हिंदू वध का तरीका अपनाया जाता है। आइए हम इस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के आर्थिक बहिष्कार में साथ निभाएं।”

श्री गौड़ा हिंदुओं से उगाडी से पहले हलाल मांस नहीं खरीदने की अपील करते हुए दिखाई दे रहे हैं क्योंकि इसे हिंदू देवताओं को नहीं चढ़ाया जा सकता क्योंकि यह पहले अल्लाह को चढ़ाया जाता है। समिति ने हलाल प्रमाणित मांस के बहिष्कार के लिए अभियान चलाया है। इससे पहले कई हिंदू कार्यकर्ताओं और संगठनों ने राजनीतिकरण तथा खाद्य उत्पादों पर हलाल प्रमाणीकरण की मजबूरी का विरोध किया था।

अक्टूबर 2021 में केरल में पहली बार गैर-हलाल रेस्तरां खोलने के लिए इस्लामी गुंडों ने तुषारा पर हमला किया गया और धमकी दी गई। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और जनतादल (एस) के नेता एच डी कुमारस्वामी ने इस तरह के बहिष्कार की निंदा की और हिंदू युवाओं से राज्य में शांति भंग न करने की अपील की।

एचडी कुमारस्वामी ने हालांकि सांप्रदायिक राजनीति में वृद्धि के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने तर्क दिया, “कांग्रेस की वजह से ऐसी सरकार सत्ता में आई। अब, कांग्रेस भाजपा सरकार को अनैतिक बताती है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? न तो जद(एस) और न ही मैं जिम्मेदार हूं।” उन्होंने कहा, “मैं सरकार से पूछना चाहता हूँ कि आप इस राज्य को कहां ले जाना चाहते हैं। मैं हिंदू युवकों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि राज्य की शांति को भंग ने करें।”