नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में अचानक जून के मध्य से बिजली का बिल 2 से 6 फ़ीसद तक महंगा कर दिया गया जिस पर आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन दिल्ली के सदर कलीमुल हफ़ीज़ ने अपनी नाराज़गी का इज़हार किया है। जारी अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि यह केजरीवाल सरकार की ग़लत पॉलिसियों के सबब ऐसा हुआ है।
उन्होंने कहा सरकार की तरफ़ से ऐसी ख़बरें प्लांट की जा रही हैं कि कोयला और गैस जैसे ईंधन की कीमतों में इज़ाफ़ा की वजह से बिजली की कीमतों में इज़ाफ़ा हुआ है जबकि सच्चाई यह है कि अगर वक़्त रहते कोयला मंगा लिया जाता और बिजली सप्लाई करने वाली कंपनियों को मैनेज किया जाता तो आज दिल्ली के लोगों के सामने महंगी बिजली का मसला सामने न आता।
दिल्ली मजलिस के सदर कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि सर प्लस में चलने वाली दिल्ली सरकार आज घाटे में है क्यूंकि केजरीवाल सरकार अपनी ज़ात पर पैसे खर्ज करती है। हज़ारों करोड़ के विज्ञापन जारी करती है और उसकी वाहवाही के लिए कुछ ऐसी स्कीमें चलाई हैं जिसका असर सरकार के ख़ज़ाने पर पड़ना फ़ितरी है।
उन्होंने कहा कि अगर बिजली कंपनियां नुक़सान में चल रही हैं तो सरकार की ज़िम्मेदारी है कि इसको ठीक करे लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पहले से महंगाई की मार बर्दाश्त करने वाले अवाम पर और मार मारी जाए। उन्होंने कहा कि अपनी पीठ थप थपाने वाली केजरीवाल सरकार बताये कि आख़िर बिजली की क़ीमत क्यों बढ़ाई गयी ? बिजली की सप्लाई करने वाली कंपनियों को पिछले अप्रैल से नुक़सान क्यों है ?
उन्होंने कहा कि दिल्ली मजलिस की मांग है कि जल्द से जल्द बिजली की बढ़ी हुयी क़ीमत को कम किया जाए और अगर दिल्ली सरकार ऐसा नहीं करती तो इसके ख़िलाफ़ दिल्ली मजलिस प्रदर्शन करेगी और दिल्ली सरकार को जनता के सामने बेनक़ाब करेगी।