रामपुर: देश की राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हाल ही में हिंसा हुई थी। आज उसी इलाक़े में एनडीएमसी ने अतिक्रमण के नाम पर अभियान चलाया। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस अभियान पर रोक लगा दी, लेकिन इसके बावजूद एनडीएमसी का बुलडोजर चलता रहा। बुलडोजर से जिन लोगों को निशाना बनाया गया है, उनकी बेबसी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वायरल तस्वीरों पर एक वर्ग चुटकी ले रहा है। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ऐसे लोगों को फटकार लगाई है। जयंच चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि कौन दरिंदे हैं जिन्हें गरीब के मकान और दुकान को ढाने से आनंद आ रहा हैं?
योगी सरकार पर निशाना
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार पर कानूनी प्रक्रिया पालन किये बिना चलाये जा रहे बुलडोजर को न सिर्फ अमानवीय बल्कि गर कानूनी भी करार दिया है। जयंत ने बुधवार को यहां स्थानीय विधायक और समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान के परिजनों से मुलाकात के बाद संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, “योगी सरकार का बुलडोजर गैर कानूनी है। अमानवीय है। क्योंकि किसी अपराधी को भी सिस्टम के तहत सुनवाई का हक है।”
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से आजम परिवार की नाराजगी के सवाल पर जयंत ने कहा कि उनकी आजम परिवार से बातचीत अच्छे माहौल में हुई है। वह सिस्टम (व्यवस्था) से नाराज हैं। हालांकि इस विषय में मेरे लिये सफाई देने का कोई औचित्य नहीं है।” गौरतलब है कि तमाम आपराधिक मामलों में इन दिनों जेल में बंद आजम खान न्यायिक जांच का सामना कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में आजम खुद रामपुर सदर से और उनका बेटा अब्दुल्ला आजम खान रामपुर जिले की स्वार सीट से चुने गये हैं। चुनाव के बाद आजम खान ने रामपुर संसदीय क्षेत्र से बतौर लोकसभा सदस्य पद से इस्तीफा देकर विधायक बने रहने का फैसला किया है।
इस बीच AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की ओर से आजम खान को उनकी पार्टी में शामिल होने के निमंत्रण के सवाल पर जयंत ने कहा, “मैं उचित नहीं समझता हूं कि इस मुद्दे पर मैं कुछ बोलूं।” उन्होंने नौजवानों से आह्वान किया कि वे महंगाई और बेरोजगारी की समस्या के विरोध में सड़कों पर आना चाहिए।
सपा में मची उथल-पुथल के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह अंदरूनी विरोध नहीं बल्कि सिर्फ सिस्टम से निराशा है और निराशा को दूर करके ही लड़ाई लड़ी जाएगी।
रालोद अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार का बुलडोजर गैर कानूनी है। अमानवीय है। किसी अपराधी को भी सिस्टम के तहत सुनवाई का भी हक है। अखिलेश से आजम परिवार की नाराजगी वाले सवाल पर कहा कि उनकी बातचीत अच्छे माहौल में हुई है। प्रेम के माहौल में हुई है। वह सिस्टम से नाराज हैं। इस पर उन्हे सफाई देने का कोई औचित्य नहीं है।
अपनी ही पार्टी में बगावत को साधने की बात पर उन्होंने कहा कि किसी गरीब के साथ अत्याचार होगा, सीतापुर में जैसे हुआ तो मैं बोला। सीतापुर में जब एक बदतमीज ने बयान दिया तो मैं बोला उस पर। ओवैसी की पार्टी की ओर से आजम खान को निमंत्रण पर वह बोले कि मैं उचित नहीं समझता कि मैं इस पर कुछ बोलूं।
जयंत चौधरी ने कहा कि सियासत आज किस ओर चल रही है,सबको मालूम है। हर त्यौहार को खराब वातावरण में तब्दील कर दिया गया है। जो त्यौहार एक दूसरे से भाईचारे, मिलने जुलने, मिठाई खिलाने के होते थे, आज उन त्योहारों को मनाने के लिए लोग तलवार लेकर जा रहे हैं। उन्होने नौजवानों का आह्वान करते हुए कहा कि महंगाई की समस्या, बेरोजगारी की समस्या, नौजवानों की सुनवाई नहीं हो रही, इसकी समस्या के विरोध में नौजवानों को सड़कों पर आना चाहिए।