सहारनपुरः राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी आज नकुड़(सहारनपुर) में राष्ट्रीय लोकदल के आह्वान पर किसान पंचायत में किसानों के बीच पहुँचे। किसान पंचायत को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि ये किसान पंचायतें सरकार को संदेश दे रहीं हैं, जिसको अनसुना करना सरकार के लिए ठीक नही रहेगा। उन्होने कहा कि मोदी सरकार किसान आंदोलन को शुरू से बदनाम करने पर लगी हैं वे कभी इसको खालिस्तानियों का बताते हैं कभी सिर्फ़ पंजाबियों का और अब सिर्फ़ जाटों का बताने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मैं उनको बता देना चाहता हूँ कि ये आंदोलन किसी जाति का नही बल्कि समूचे देश के किसानों का आंदोलन हैं।
जयंत चौधरी ने आगे कहा की हरियाणा सरकार में मंत्री जेपी दलाल किसानों की शहादतों का उपहास उड़ाते हैं। इसलिए चाहे किसान का खून बह जाए इनको कोई फ़र्क़ नही पड़ता इन्हें बस कुर्सी प्यारी हैं। प्रधानमंत्री मोदी के संसद में दिए बयान पर जयंत चौधरी ने कहा कि वे किसानों को आंदोलनजीवी कह रहे हैं। फिर तो कबीरदास, डॉक्टर अम्बेडकर, महात्मा गांधी, चौधरी चरण सिंह भी आंदोलनजीवी थे। इसलिए हम सब आंदोलनजीवी हैं। प्रधानमंत्री किसानों को परजीवी भी कहते है पर क्या वो किसान परजीवी हो सकता हैं जिसने हमेशा से दुनिया का पेट भरा हो?
रालोद नेता ने कहा कि सहारनपुर जिले में छुटमलपुर स्थित बैंक की शाखा के सामने किसान वेदपाल ने कर्ज और अधिकारीयों के दबाव की वजह से परेशान होकर बैंक के सामने ही आत्महत्या कर ली। जिस जीटी रोड़ को मुग़लो ने नही खोदा,भाजपा ने उस सड़क को खोदकर किसानों के लिए कीले लगाई। किसानों को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि ये आपकी सड़क खोद सकते है,आप भाजपा की नींव खोद दो। मोदी सरकार ने रेल का भाड़ा दोगुना कर दिया, कहते है अनावश्यक लोग घरों से नहीं निकलेंगे। जयंत ने कहा कि एक बाबा कहते थे,मोदी जी आएंगे तो पेट्रोल-डीजल का भाव 35 रूपये प्रति लीटर कर देंगे। लेकिन डीजल के बढ़े भाव से किसान को ट्रेक्टर चलाना मुश्किल हो गया है।
रालोद के इस युवा नेता ने कहा कि भाजपा ने गैरकानूनी तरीकों से कृषि कानूनों को पास कराया है। कृषि कानून काले है,और इनको लाने के पीछे सरकार की जिद भी काली है। चौधरी चरण सिंह जी ने 1964 में किसानों के फायदे के लिए ही मंडिया बनाई थी। चुनाव से पहले योगी जी ने बिजनौर में कहा था कि चौधरी चरण सिंह जी के सम्मान में किसान राहत कोष बनाएंगे,लेकिन कोई भी योजना चौधरी चरण सिंह जी के नाम से नहीं बनाई। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नाम से स्टेडियम बनाया गया जिसमें एक छोर अडानी एक अंबानी है। मेरठ में मोदी जी ने 14 दिन में गन्ना भुगतान और 450 रेट देने का वादा किया था। क्या 14 दिन में किसी को पेमेंट मिला? गन्ने का भाव न बढ़ाकर भाजपा ने किसानों की मेहनत का अपमान किया है।
जयंत ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी कहा करते थे कि किसानों के खेत-खलिहान ही तरक्की का रास्ता है, लेकिन मोदी जी कहते है कि अडानी-अंबानी के लिए निजीकरण ही तरक्की का रास्ता है। जयंत चौधरी ने नारा देते हुए कहा –इस पंचायत का एक ही नारा जिंदा रहे हमारा भाईचारा। जयंत चौधरी ने 2010 में मोदी जी द्वारा सुझाई गई रिपोर्ट का भी ज़िक्र किया और कहा कि जब उस समय मोदी जी MSP पर क़ानून के पक्ष में थे तो आज वे विरोध में क्यूँ हैं। क्यूँ MSP को क़ानूनी दायरे में नही लाया जाए? उन्होंने कहा कि जयंत चौधरी ने कहा कि जिस प्रकार किसानों के मार्ग में दिल्ली में कीले लगाई गई, किसान का अपमान किया गया, उसका बदला वोट की चोट से लिया जाये।