नई दिल्ली: जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर दिल्ली के बुराड़ी में 3 अप्रैल को आयोजित “हिंदू महापंचायत” में मुस्लिम विरोधी भड़काऊ भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मौलाना मदनी ने महापंचायत में दी गयी हेट स्पीच का हवाला देते हुए अपने पत्र में कहा कि यह भारत में मुसलमानों को निशाना बनाने का एक और प्रयास है। मौलाना मदनी ने अमित शाह को लिखे पत्र में कहा, “पिछले साल अगस्त में इन्हीं लोगों ने जंतर मंतर पर इसी तरह की रैली का आयोजन किया था और मुसलमानों के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक नारे लगाए थे।”
मौलाना मदनी ने कहा कि “यह उल्लेखनीय है कि महापंचायत दिल्ली पुलिस द्वारा अनुमति न देने के बावजूद हुई। पुलिस द्वारा इसे आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई थी, तो आयोजकों ने इतने बड़ी सभा कार्यक्रम का आयोजन कैसे किया?
बता दें कि दिल्ली के बुराड़ी में 3 अप्रैल 2022 को बुराड़ी में आयोजित हिंदू महापंचायत में, विवादास्पद पुजारी यति नरसिंहानंद ने फिर से हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ हथियार उठाने का आह्वान किया था। वहीं एक अन्य विवादित न्यूज एंकर सुरेश चव्हाणके ने कहा कि मुसलमानों के नागरिक के अधिकार हिंदुओं के बराबर नहीं होने चाहिए। महापंचायत में कई अन्य वक्ताओं ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
मौलाना मदनी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देते हैं। वे न केवल एक समुदाय के लिए हानिकारक हैं बल्कि वे राष्ट्र और राष्ट्रीय एकता के लिए भी हानिकारक हैं। मौलाना मदनी ने गृहमंत्रालय से बार-बार अपराधियों पर गंभीरता से ध्यान देने और उन पर कड़े कानूनों के तहत मुकदमा चलाने की अपील की ताकि इसकी पुनरावृत्ति को रोका जा सके।