नई दिल्ली: जमीअत उलमा-ए-हिंद के केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने असम के मुख्यमंत्री और दरांग के पदाधिकारियों से मुलाकात की। जमीअत के इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जमीयत के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार असम के पीड़ितों से जमीअत प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात करने, पीड़ितों को मुआवजा, आरोपियों पर कार्रवाई समेत पाँच सूत्रीय माँग मुख्यमंत्री के सामने रखी।
जमीअत की ओर से बताया गया कि असम के हिंसाग्रस्त दरांग ज़िले में धारा 144 लगी हुई है जिससे प्रतिनिधिमंडल को वहां जाने में परेशानी ना हो इसके लिए जमीयत प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों से मुलाकात करने की माँग मुख्यमंत्री के सामने रखी। अब जमीअत प्रतिनिधिमंडल पुलिस सुरक्षा में दरांग जिले के पीड़ितों से मुलाकात करेगा और उनकी परेशानी को जान कर समस्या का समाधान किया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि असम के दरांग ग़रीब मुसलमानों के तक़रीबन आठ सो अधिक मकान अवैध तोड़ दिए गए हैं। जिसके बाद यहां हिंसा हुई इसमें कई लोगों की जान चली गई। इस हिंसा का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें पुलिस द्वारा एक शख्स के सीने में गोली मारी गई और उसके बाद घायल पड़े शख्स के साथ क्रूरता की गई। पुलिस के साथ मौजूद एक फोटोग्राफर ने घायल पड़े व्यक्ति के ऊपर कई बार कूदकर अपनी क्रूरता दिखाई। जमीअत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने उक्त घटना को लेकर गृहमंत्रालय को पत्र लिखा था।