असम के बाढ़ पीड़ितों के लिये सहारा बनी जमीअत, लोगों से की आर्थिक सहायता करने की अपील

नई दिल्लीः देश के राज्य असम में एक बारि फिर बाढ़ ने कहर बरपाया है। यह बाढ़ से असम के 33 जिले प्रभावित हैं। जिससे 42 लाख से अधिक लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। वहीं 73 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और लगभग दो लाख लोगों को 744 शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

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इसके अलावा लगभग 1.7 लाख हेक्टेयर फसल नष्ट हो गई, बड़ी संख्या में जानवर पानी में बह गए हैं। परिस्थितियां हर बीतते दिन के साथ बद से बदतर होती जा रही हैं। ऐसी विकट परिस्थितों में जमीअत उलमा-ए-हिंद एक बार फिर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये आगे आई है।

जमीअत उलमा-ए-हिंद ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट की है। जिसमें कहा गया है कि जमीयत उलेमा-ए-असम की इकाई अपने स्तर से हर संभव राहत कार्य शुरू कर चुकी है, लेकिन आपदा की भयावहता को देखते हुए बड़े पैमाने पर सहायता की आवश्यकता है। जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद की देश के सभी भलाई का कार्य करने वाले सक्षम लोगों और परोपकारी व्यक्तियों से अपील है कि संकट की इस घड़ी में जरूरतमंदों और पीड़ितों की हर संभव मदद करके पुण्य के भागीदार बनें।

यह अपील जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी, महासचवि मौलाना हकीमुद्दीन कासमी की ओर से संयुक्त रूप से जारी की गई है। वहीं जमीयत उलमा-ए-हिंद ने 9968445773, 9435561156 09435023542, नंबर भी जारी किये हैं। ये नंबर जमीअत के पदाधिकारी तथा असम के सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल एंव उनकी पार्टी के सदस्यों के भी हैं।