नई दिल्लीः जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने बीते रोज़ प्रधानमंत्री आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने पीएम मोदी को सम्मान के तौर पर शॉल ओढ़ाया। इसके बाद कुलपति ने प्रधानमंत्री के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की। पिछले दो वर्षों में कुलपति की प्रधानमंत्री के साथ यह दूसरी मुलाकात थी।
कुलपति ने कहा कि यह देखकर बहुत खुशी हुई कि प्रधानमंत्री नैक द्वारा ए++ सहित विश्वविद्यालय की हालिया उपलब्धियों के प्रति जागरुक दिखे। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह काफी उत्साहजनक है कि प्रधानमंत्री पिछले कुछ वर्षों में विश्वविद्यालय के बेहतर प्रदर्शन से खुश हैं। उन्होंने प्रोफेसर अख्तर को उपलब्धियों के लिए बधाई दी और विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उनकी प्रशंसा की। प्रो. अख्तर ने उन्हें नैक प्रत्यायन प्रक्रिया और ग्रेडिंग के लिए अपनाये जाने वाले मानकों के बारे में जानकारी दी और उन्हें विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट भी प्रदान की।
जामिया की ओर से जारी एक प्रेस नोट में बताया गया है कि पिछली बैठक की तरह, प्रधानमंत्री ने फिर से विश्वविद्यालय में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए अपनी सहमति जताई और आशा व्यक्त की कि वर्तमान कुलपति के कार्यकाल के दौरान ही इसे शुरू किया जाएगा।
प्रो. अख्तर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक बार फिर मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लेने की इच्छा जताई। पहले भी शताब्दी वर्ष में दीक्षांत समारोह में उनके शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन महामारी के कारण यह आयोजित नहीं किया जा सका।
प्रधानमंत्री ने कुलपति से मुस्लिम महिलाओं के शैक्षिक उत्थान के लिए और अधिक काम करने और एनईपी के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में कार्य करने को कहा। कुलपति ने प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया कि वह राष्ट्र के संबंध में वांछित परिवर्तन के लिए उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने की दिशा में कड़ी मेहनत करेंगी।