जामिय मिलिया इस्लामिया स्थित अनवर जमाल किदवई मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर से पढ़ाई करने वाले आकिब फ़याज़ को पर्यावरण पत्रकारिता के लिये आवार्ड मिला है। आकिब ने हाल ही में अनवर जमाल किदवई मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर से कनवर्जेंट जर्नलिज्म में एमए किया है। उन्हें भारत से ड्यूश वेले (डी-डब्ल्यू) पर्यावरण पत्रकारिता कार्यक्रम का विजेता घोषित किया गया है।
बताते चलें कि कश्मीर में जलमार्गों के संरक्षण पर आधारित आकिब की फिल्म ने भारत की शीर्ष शॉर्टलिस्ट की गई फिल्मों से पुरस्कार जीता। उन्होंने एजेके-एमसीआरसी, जामिया में अपनी पढ़ाई के दौरान इस फिल्म का निर्माण और निर्देशन किया था।
जामिया की कुलपति प्रो नज़मा अख्तर ने इस उपलब्धि के लिए आकिब को बधाई दी, खासकर इसलिए कि जामिया के मीडिया छात्रों को सामाजिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक मुद्दों को उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे विश्वविद्यालय के अन्य मीडिया छात्रों को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिलेगी।
प्रतियोगिता का आयोजन डी डब्ल्यू के विंग डी डब्ल्यू अकादमी द्वारा किया गया था और इस वर्ष का विषय “द ग्रेट रीवर्स ऑफ़ इंडो-पैसिफिक-लाइफलाइन्स एंड सोर्स ऑफ़ कनफ्लिक्ट” था, जोकि ‘जर्मन फेडरल फोरेन ऑफिस’ द्वारा समर्थित था। डी डब्ल्यू एक जर्मन पब्लिक स्टेट स्वामित्व वाला अंतर्राष्ट्रीय ब्रॉडकास्टर है जो अपने वैश्विक कवरेज के लिए जाना जाता है।
जामिया के नाम दो दिन में दो उपलब्धियां
बीते दो दिन जामिया के लिये उपलब्धियां हासिल करने वाले रहे। बीते रोज़ जामिया फैकल्टी डॉ. उफाना रियाज़ को केमिस्ट्री में नेशनल एजुकेशनल एक्सिलेंस आवार्ड मिला था, और आज जामिया छात्र आकिब रियाज़ को पर्यावरण पत्रकारिता के लिये आवार्ड मिला है।
डॉ. उफाना रियाज, सहायक प्रोफेसर, रसायन शास्त्र विभाग जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) को मैटेरिअल केमिस्ट्री’ के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए “इंटरनेशनल मल्टीडिसिप्लिनरी रिसर्च फाउंडेशन (IMRF) द्वारा ‘नेशनल एजुकेशन एक्सेलेंस अवार्ड 2021 इन मैटेरिअल केमिस्ट्री’ से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार विश्व विज्ञान दिवस और राष्ट्रीय शिक्षा दिवस समारोह के अवसर 11 नवम्बर 2021 को उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, विजयवाड़ा, भारत के परिसर में वर्चुअली आयोजित समारोह में प्रदान किया गया।
डॉ रियाज़ के कंडक्टिंग पॉलिमर के क्षेत्र में 130 शोध से अधिक पत्र प्रकाशित हैं। उनका शोध कार्य अमेरिकन केमिकल सोसाइटी, एल्सेवियर, विले और स्प्रिंगर की अत्यधिक प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हुआ है। इसके अलावा, उन्होंने 3 पुस्तकों और 25 पुस्तक अध्यायों का सह-लेखन किया है। 2016 में, उन्हें प्रतिष्ठित नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस (NASI) इलाहाबाद के सदस्य के रूप में नामित किया गया था और वर्तमान इन्हें में इंटरनेशनल यूनियन ऑफ प्योर एंड एप्लाइड केमिस्ट्री (IUPAC) और रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री (RSC) की सदस्यता भी हासिल है।
IMRF दुनिया के अकादमिक और अनुसंधान संगठनों में एक उच्च रैंक रखता है और मैक्सिको, स्वीडन, ईरान, बांग्लादेश, श्रीलंका, थाईलैंड, चीन, जापान और दुनिया के कई अन्य प्रतिष्ठित शैक्षणिक स्थलों का अकेडमिक चैप्टर भी है। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने राष्ट्रों के बीच नेटवर्किंग की दिशा में प्रयास के तहत आईएमआरएफ को अपना समर्थन दिया है। यह फाउंडेशन शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं को अनुसंधान सहायता प्रदान करता है तथा राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पार उच्च शिक्षा के विदेशी, केंद्रीय, राज्य, डीम्ड, निजी निकायों के साथ सहयोग की सुविधा प्रदान करता है।