बेहतर कल के लिए आज लैंगिक समानता पर कार्य करना बेहद आवश्यक: सुषमा सिंह

नई दिल्लीः आठ दिवसीय महिला जागरूकता सप्ताह के अंतिम दिन आज अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शारदा यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर महिला उन्नति संस्था द्वारा ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में महिला जागरूकता एवं सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य अतिथि (सुषमा सिंह – उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश) ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस वर्ष अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम “जेंडर इक्वलिटी” पर बोलते हुए कहा कि एक स्थायी और बेहतर कल के लिए आज लैंगिक समानता पर कार्य करना बेहद आवश्यक है तभी महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य को प्राप्त किया जा सकता है।

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महिलाएं आज हर क्षेत्र में खुद को साबित कर रही है इसके लिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा अवसर दिए जाने की आवश्यकता है। मिशन शक्ति द्वारा महिलाओं की शिक्षा सुरक्षा सम्मान और स्वावलंबन पर कार्य किया जा रहा है। वहीं शारदा यूनिवर्सिटी की नर्सिंग विभाग की डीन डा उर्मिला भारद्वाज ने कहा कि महिलाओं को सबसे पहले खुद को जागृत करना होगा तभी वह अपने लक्ष्य को जान पाएगी और समाज उन्हें यथोचित सम्मान देने को मजबूर होगा।

महिला उन्नति संस्था के संस्थापक डा राहुल वर्मा ने महिला सशक्तिकरण के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि संगठन महिलाओं की उन्नति को लेकर कटिबद्ध है इसके लिए तकनीकी रूप से शिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाये जाने का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर समाजसेविका दीपा देवी सहित समाज के उत्थान हेतु कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में महासचिव अनिल भाटी, प्रोफेसर शिल्पी मित्तल, प्रोफेसर दिव्या उप्रेती, वंदना झा, गीता भाटी, एकता भटनागर, रेनू त्यागी, ब्रजमाधुरी, प्रोफेसर राजा कुमार, प्रो किरण, आरती और तुषार आदि लोग उपस्थित रहे।