पेरिस: चार यूरोपीय देशों फ्रांस, जर्मनी, इटली और स्पेन ने पूर्वी यरूशलेम में नए घरों के निर्माण और फिलिस्तीनी संरचनाओं को गिराने के इजरायल के फैसले की कड़ी निंदा की है। बुधवार को जारी एक संयुक्त बयान में चारो यूरोपीय देशों ने कहा,“हम गिवट हैमेटोस और हर होमा सहित पूर्वी यरूशलेम में 100 नए आवास इकाईयों के निर्माण की अग्रिम योजना के निर्णय पर चिंतित हैं। नई आवास इकाइयां पूर्वी यरूशलेम से पश्चिम बैंक को अलग कर देंगी और दो राज्यों के समाधान के लिए एक अतिरिक्त बाधा का गठन करेंगी।” उन्होंने इजरायल सरकार द्वारा फिलीस्तीन संरचनाओं को नष्ट करने के निर्णय को वापस लेने का आग्रह भी किया।
बयान में कहा गया, “हम पूर्वी यरूशलेम के शेख जर्राह में हाल ही में हुई घटना से भी चिंतित हैं। हम इजरायल सरकार से आग्रह करते हैं कि उनके द्वारा पूर्वी यरुशलेम में फिलीस्तीनी संरचनाओं के बेदखल और विध्वंस प्रक्रियाओं पर रोक लगाई जाएं।” उन्होंने इजरायल के निर्णय को फिलीस्तीन को भविष्य के लिए खतरा बताया है।
उन्होंने कहा कि इजरायल की बस्तियां स्पष्ट रूप से अन्तरराष्ट्रीय कानून का उल्लघंन है, जो इजरायल एवं फिलिस्तीन के बीच न्यायपूर्ण, स्थायी और व्यापक शांति के रास्ते में बाधा डालती है।
द गार्जियन के मुताबिक, इससे पहले इजरायली पुलिस ने पूर्वी यरुशलेम के कब्जे वाले शेख जर्राह में 15 सदस्यों के एक फिलिस्तीनी परिवार को जबरदस्ती बेदखल कर दिया था। यह घटना पिछले साल इजरायल और हमास के बीच लड़ाई के दौरान हुई थी। एक पीड़ित के हवाले से बताया गया कि इस दौरान नौ साल की बच्ची सहित परिवार के कुछ लोगों को पीटा गया था।