इस्लामिक स्कॉलर मिस्बाही का आह्वान ‘देश की तरक्की में हाथ बंटाना है तो शिक्षा और रोजगार पर ध्यान दें’

बाड़मेरः जयपुर शहर के उप मुफ्ती और तहरीक उलामा ए हिंद के संस्थापक अध्यक्ष मुफ्ती खालिद अयूब मिस्बाही ने कहा कि हमें सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए देश की एकता और अखंडता के लिए भी काम करना है। मिस्बाही ने कहा कि यदि आप शिक्षित होकर एक जिम्मेदार नागरिक बनेंगे तो न सिर्फ अपना और अपने परिवार बल्कि देश के विकास में भी हिस्सेदारी निभा सकेंगे। तहरीक अध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि राजस्थान में रूरल इकोनामी यानी ग्रामीण आर्थिक व्यवस्था काफी मजबूत स्थिति में है और यदि युवा चाहें तो केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाते हुए स्वरोजगार की तरह बढ़ सकते हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वह समाज के सभी तबकों के साथ मिलकर शिक्षा में आगे बढ़ें और शिक्षा के बल पर देश की तरक्की में हाथ बटाएं। कार्यक्रम का आयोजन अल्पसंख्यक समाज की ओर से अल्पसंख्यक कल्याण एवं शोध संस्थान सेडवा में आयोजित हुआ।

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इस अवसर पर  जनसंचार और पत्रकारिता के शिक्षक डॉक्टर अखलाक अहमद उस्मानी ने युवाओं से कहा कि वह निजी सोच से ऊपर उठें क्योंकि मुस्लिम युवाओं पर खुद ही नहीं बल्कि उनके परिवार, समाज और देश की भी जिम्मेदारी है। उस्मानी ने कहा कि देश ने आपको तमाम संसाधन उपलब्ध करा कर तरक्की के रास्ते पर ला दिया है परंतु हमने देश को क्या दिया? यह सवाल हमें खुद से पूछना होगा। उस्मानी ने युवाओं से कहाकि अपने निजी विकास में हमेशा इस बात को ध्यान में रखें कि उनके लाभ में समाज और देश का लाभ कितना है? उस्मानी मुस्लिम युवाओं के बीच जगह-जगह जाकर जन जागरण कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं और अपने राष्ट्रवादी विचारों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने सामाजिक जिम्मेदारी और राष्ट्रीय अखंडता को एकमेव करने का आह्वान करते हुए कहा कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिक हैं और हमें इस पर गर्व करना चाहिए।

बाड़मेर जामा मस्जिद के इमाम और तहरीक उलेमा हिंद के बाड़मेर जिला अध्यक्ष कारी लाल मोहम्मद सिद्दीकी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा की युवाओं को अपने विकास के साथ-साथ समाज और देश के विकास के बारे में लगातार कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहाकि संसाधनों के विकास के साथ तरक्की आती है परंतु शिक्षा के अभाव में संसाधनों का सदुपयोग हम नहीं कर पाएंगे बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय प्रगति में भी हिस्सा नहीं बंटा पाएंगे। उन्होंने राष्ट्रप्रेम की भावना को जागृत करने पर बल देते हुए कहा कि हमारी पहचान हमारे देश से है और हमें हर कदम यह सोचकर उठाना चाहिए कि हमारे समाज और देश का हमारे क़दम से कितना लाभ होगा। कारी सिद्दीक़ी ने कहा कि अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपका कदम सही है या गलत तो इसके लिए हमें पूर्ण शिक्षित होना होगा।

इस मौके पर सिंधी मुस्लिम विकास एवं शिक्षण संस्थान सेड़वा के अध्यक्ष लाल मोहम्मद, कोषाध्यक्ष फ़जल खान दर्श, सरपंच हिलाल बामरला डेर, सरपंच दिलदार सांवा, सरपंच हैदर अली सेड़वा, मास्टर हासम सिंहार, मास्टर काजी सांवा , दीन मोहम्मद दर्श, मोहसिन अली, मौलाना अकबर आलू का तला, मौलाना हाजी उस्मान नोहडी, गुल मोहम्मद भंवार,  पठाई हालेपोत्रा धनाऊ, हाजी पुंजासर, तथा संस्थान के सदस्य और युवा उपस्थित थे।