इंटरनेशनल फुटबॉलर मेसुत ओजिल ने भारतीय मुसलमानों के उत्पीड़न पर जताई चिंता, कहा ‘दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र…’

नई दिल्लीः मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी मेसुत ओजिल (Mesut Özi), अपने एक ट्वीट की वजह से एक बार फिर चर्चा में हैं। मेसुत ने ट्वीट में भारत में हो रही हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर, भारतीय मुसलमानों के लिए दुआ करने की गुज़ारिश की है। इस ट्वीट के बाद उन्हें सोशल मीडिया दोतरफा प्रतिक्रिया मिली हैं। एक तरफ वे यूजर्स हैं जिन्होंने मेसुत के इस ट्वीट की प्रशंसा की है, वहीं दूसरी ओर ऐसे भी यूजर्स हैं जिन्होंने मेसुत को ट्रोल करने की कोशिशें की हैं।

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क्या लिखा ट्वीट में

मेसुत ओजिल ने यह ट्वीट 27 अप्रैल को रात क़रीब 9 बजे किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद की तस्वीर भी पोस्ट की थी। अपने  ट्वीट में मेसुत लिखते हैं, “भारत में हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों की सुरक्षा और भलाई के लिए लैलत अल-क़द्र की पवित्र रात के दौरान प्रार्थना करते हुए। आइए इस शर्मनाक स्थिति के बारे में जागरूकता फैलाते हैं! दुनिया के तथाकथित सबसे बड़े लोकतंत्र में मानवाधिकारों का क्या हो रहा है?”

क्या कहते हैं यूजर्स

मेसुत के इस ट्वीट पर आए कमेंट्स में तरह तरह की टिप्पणियां हैं। उन्हीं में से एक टिप्पणी पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता इंजीनियर शादाब चौहान ने की है। शादब ने कमेंट करते हुए लिखा, “एक भारतीय मुसलमान होने के नाते, मैं तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं मेसुत ओज़िलभाई वर्तमान सरकार द्वारा भारतीय मुसलमानों पर उत्पीड़न की आवाज उठाई। लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अल्हम्दुलिल्लाह हम बिना किसी डर के अपने अधिकारों के लिए संवैधानिक रूप से लड़ सकते हैं और इंशाअल्लाह कानून का शासन वापस कर सकते हैं।”

कौन हैं मेसुत ओजिल

मेसुत ओजिल मूल रूप से टर्किश/कुर्द मूल के हैं। उन्होंने जर्मनी में परवरिश पाई इसलिये उन्होंने खुद को जर्मन ही माना है। साल 2009 में उन्होंने फुटबॉल में जर्मनी के लिए डेब्यू किया और बेस्ट प्लेमेकर बने। 2010 वर्ल्ड कप 2012 के यूरो कप में ओज़िल जॉइंट रूप से टॉप असिस्ट प्रोवाइडर रहे। 2014 वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन शानदार था। 2010 में उन्हें जर्मनी के प्रतिष्ठित बाम्बी अवॉर्ड से नवाजा गया था। वहीं 2018 के फुटबॉल वर्ल्डकप में जर्मनी के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा।

इसके कुछ ही समय बाद मेसुत की एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें वे तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब अर्दोगान के साथ खड़े नजर आए थे। इस तस्वीर के सामने आने के बाद उनकी खूब आलोचना हुई जिसके बाद मेसुत ने जर्मनी की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम छोड़ने का फैसला लिया। फिलहाल अब वे तुर्की के लिए फुटबॉल खेलते हैं। यही नहीं मेसुत शादी की एक और तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें एर्दोआन उनके बेस्टमैन बने दिखाई दिए थे।