बाराबंकी में किसान आंदोलन के समर्थन में ब्राहम्णों ने कराया मुंडन, कृषि क़ानूनों को वापस लेने की मांग

लखनऊः केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि क़ानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यह आंदोलन व्यापक होता जा रहा है। लखनऊ से सटे बाराबंकी में राष्ट्रवादी किसान क्रांती दल के नेताओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में मुंडन कराया है। मुंडन कराने वाले तमाम 11 किसान ब्राहम्ण समाज से हैं। बता दें कि हाल ही में भाकियू नेता राकेश टिकैत के बयान को कथित तौर से ब्राहम्ण विरोधी बताकर प्रचारित किया गया था, इसके बाद किसान आंदोलन के समर्थन में ब्राहम्ण समाज के लोगों द्वारा मुंडन कराना दर्शा रहा है कि किसान पीछे हटने के लिये तैयार नहीं हैं।

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राष्ट्रवादी किसान क्रांती दल के प्रदेश अध्यक्ष रामजी तिवारी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अब ब्राहम्ण समाज भी किसानों के समर्थन में उतर आया है, उन्होंने कहा कि हालांकि किसान सिर्फ किसान सिर्फ किसान होता है लेकि हाल ही में जिस तरह आंदोलन को कमज़ोर करने की कोशिश की गई है, उन्होंने इसका जवाब देने और कृषि क़ानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए मुंडन कराया है।

बता दें कि कृषि सुधार क़ानूनों के विरोध में किसानों द्वारा बीते एक महीने से आंदोलन जारी है। यह आंदोलन दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर चल रहा है। अब तक इस आंदोलन में शामिल तीस से ज्यादा किसानों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन किसान पीछे हटने के लिये तैयार नहीं हैं। किसानों ने कई बार सरकार के लोगों के साथ वार्ता भी की लेकिन यह वार्ता बेनतीजा रही। उधर सरकार भी पीछे हटने के लिये तैयार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा इन क़ानूनों का फायदा बताने के लिये कमैटियां गठित की गईं हैं जो गांव गांव जाकर इन क़ानूनों के लाभ बताएंगी।