सभ्यता और भाषाओं की रक्षा करने में कांग्रेस सबसे आगे रही है: इमरान प्रतापगढ़ी

नई दिल्ली: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने एक मुशायरे का आयोजन किया। जब से इमरान प्रतापगढ़ी ने कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग संभाला है, तब से बड़ी संख्या में लेखक, कवि, बुद्धिजीवी और साहित्यकार कांग्रेस के खेमे में दिखाई देने लगे हैं।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से लेखकों और कवियों को महत्व देती आ रही है। कांग्रेस ने कलाकारों का सम्मान और कवियों को हमेशा दो कदम आगे बढ़ाया है, लेकिन जब से कांग्रेस को कमजोर करने की साजिशों ने गति पकड़ी है, लेखकों, कवियों और कलाकार भी कांग्रेस से अलग-थलग नज़र आने लगे है शायद जोधपुर चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस को लगा कि अगर उसे फिर से जनता की लोकप्रियता की जरूरत है तो उसे फिर से अपने नेताओं के नक्शेकदम और पुरानी परंपरा पर चलना होगा।

इसी के चलते कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग ने माता सुंदरी रोड पर विश्व प्रसिद्ध गालिब इंस्टीट्यूट में ऑल इंडिया मुशायरे का आयोजन किया। कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी के नेतृत्व में आयोजित “शाम ए राजीव” मुशायरे में मशहूर शायरो ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव अखिलेश प्रताप सिंह, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नीता डिसूजा, कांग्रेस एससीएसटी के अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, मुंबई अल्पसंख्यक विभाग के इंचार्ज अहमद खान,पूर्व मेंबर पार्लियामेंट ज़फ़र नकवी मौजूद थे।

राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देने वाले कवियों में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग प्रमुख और संयोजक इमरान प्रतापगढ़ी के अलावा विश्व प्रसिद्ध कवि मंजर भोपाली, चरण सिंह बशर, ताहिर फ़राज़, इकबाल अशहर, नदीम शाद, मलिकज़ादा जावेद, मंसूर उस्मानी और अन्य शामिल थे जिन्होंने अपनी कविताओं से लोगों के दिल जीते।

मुशायरे के बाद अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि सभ्यता और भाषाओं की रक्षा करने में कांग्रेस सबसे आगे रही है।यह सभी मज़हब के लोगों की पार्टी है, जोश, फराक, मजाज़ और इन जैसे कवियों ने कांग्रेस के वकार में इज़ाफा किया है।ये सिलसिला बीच में रुक गया था लेकिन अब दोबारा शुरू हो गया है और मुल्क भर में आयोजित मुशायरा में कवियों को मौका दिया जाए गा।