श्रीनगर: इंडियन प्रीमियर लीग में कहरपाती गेंदबाज़ी से बल्लेबाज़ों को मुश्किल में डालने वाले तेज गेंदबाज उमरान मलिक का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाली टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चयन हो गया। भारतीय टीम में उनका चयन होने पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा समेत राजनीतिक दलों और नेताओं ने उन्हें बधाई दी।
जश्न का माहौल
जम्मू स्थित उमरान के गांव में जश्न का माहौल है। उमरान मलिक के दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसी उनकी इस उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं। उमरान मलिक के टीम इंडिया में चयन के बाद जम्मू के गुर्जर नगर स्थित उनकी कॉलोनी में उत्साह का माहौल है। लोग इस युवा खिलाड़ी के पोस्टर के साथ ढोल की थाप पर नाचते दिखे और आपस में मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया।
राज्यपाल से लेकर नेताओं तक ने दी बधाई
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर के इस होनहार क्रिकेटर को बधाई दी। उन्होंने लिखा, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में चयन पर उमरान मलिक को हार्दिक बधाई। यह जम्मू कश्मीर के लिए गर्व का क्षण है। शानदार उपलब्धि और शुभकामनाएं।
उमरान मलिक का टीम इंडिया में चयन मलिक को बधाई देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह इस श्रृंखला को उत्सुकता से देखेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, शानदार उमरान मलिक। हम प्रोटियाज (दक्षिण अफ्रीका) के खिलाफ आगामी टी20 श्रृंखला को बहुत उत्सुकता से देखेंगे। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने कहा, ‘वह दिन आ गया है। उमरान मलिक ने भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाई। जम्मू-कश्मीर से बहुत कम लोगों ने टीम में जगह बनाई है। बधाई। शुभकामनाएं।
जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने कहा कि मलिक जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। पार्टी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा, उमरान मलिक को भारत की 18 सदस्यीय टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम में शामिल होने पर बधाई। इतनी सारी बाधाओं के बावजूद मलिक ने शीर्ष स्तर पर अपनी जगह बनाई है। वह जम्मू-कश्मीर में युवाओं की इस पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है।
फल विक्रेता हैं अब्दुल रशीद
उमरान पिता अब्दुल राशिद ने क्या कहा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने वाले तेज गेंदबाज उमरान मलिक के पिता अब्दुल राशिद अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर पा रहे है। अब्दुल राशिद फल विक्रेता हैं और वह पिछले दो महीने से अपने बेटे के भारतीय टीम में चयन होने का सपना देख रहे थे।
ईटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ अब्दुल राशिद के लिए उमरान को भारतीय टीम की ब्लू जर्सी में देखना एक सपना है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि वह अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित करें। हमारे लिए और कुछ मायने नहीं रखता। उन्होंने कहा, बड़ी संख्या में लोग मुझे बधाई देने के लिए आ रहे है। मैं अब घर जा रहा हूं और इसके जश्न में शामिल होऊंगा। अभी इंटरनेट पर खबर देखी। राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनने से बड़ी उपलब्धि और क्या हो सकती है।
अब्दुल राशिद ने कहा, ‘उन्होंने आईपीएल में अपने प्रदर्शन से हम सभी को गौरवान्वित किया है और जिस तरह से पूरे देश ने उसका साथ दिया, हम एक परिवार के रूप में केवल उसका आभार जता सकते हैं। मेरे उमरान को पूरे देश के समर्थन मिला है।’
उमरान को खेल में आगे बढ़ाने के लिए राशिद और उनकी पत्नी ने कई बलिदान दिये लेकिन वह खुद कोई श्रेय नहीं लेना चाहते है। उन्होंने कहा, उमरान को विश्वास था कि एक दिन वह सफलता प्राप्त करेगा। उसे अपने कौशल और प्रतिभा पर पूरा यकीन था और उसने इसके लिए कड़ी मेहनत की। यह पूरी तरह से उसकी सफलता है और ऊपर वाले का आशीर्वाद भी है। उसने कड़ी मेहनत की और अल्लाह ने उसका समर्थन किया। मैं इस लायक नहीं हूं कि उसकी कड़ी मेहनत का श्रेय लूं।
उमरान जम्मू कश्मीर के दूसरे क्रिकेटर है जिसका चयन राष्ट्रीय टीम के लिए हुआ है। इससे पहले परवेज रसूल ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है। रसूल का संबंध घाटी (कश्मीर) से था तो वही उमरान जम्मू से है। उन्होंने शुरुआती दिनों में कोच रणधीर सिंह मन्हास और राज्य के अनुभवी तेज गेंदबाज राम दयाल की देख रेख में अभ्यास किया था। मन्हास ने कहा कि जब 17 साल की उम्र में उमरान उनके पास आये थे तब उन्होंने सिर्फ नेट पर गेंदबाजी करने की मांग की और अब वह इतिहास का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, तवी नदी के किनारे घर होने के कारण उमरान ने रेतीली जगह पर क्रिकेट खेला है, जिससे उनके शरीर का निचला हिस्सा काफी मजबूत है।बता दें, उमरान मलिक ने आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 13 मैचों में 21 विकेट लिए हैं। उनकी लगातार 95 मील प्रति घंटे (150 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक) से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी करने की क्षमता ने सभी को प्रभावित किया। उनके प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रीय टीम में उन्हें शामिल करने की मांग उठने लगी थी।