नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शुक्रवार का नज़ारा काफी राहत देने वाला रहा। सद्भावना बैठक में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे से मिलकर गिले-शिकवे दूर किए। दोनों समुदाय के लोगों ने कहा हनुमान जयंती पर हुए बवाल से पहले दोनों पक्ष इलाके में सौहार्द के साथ रह रहे थे और आगे भी ऐसा ही चलता रहेगा।
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ हिंसा के बाद सद्धभाव इस मौके पर डीसीपी ऊषा रंगनानी ने कहा कि यह बैठक विश्वास बहाली का उपाय है कि सभी लोग एक-दूसरे के साथ मिल जुल कर रहे हैं। हम इलाके से सुरक्षा व्यवस्था को कम कर रहे हैं।
तनाव कम करने के लिए हुई बैठक
शुक्रवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी में सद्भावना बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य बीते दिनों हिंसा और आगजनी के बाद इलाके में हुई बुलडोजर कार्रवाई के बाद इलाके में तनाव को कम करने को लेकर की गई थी। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, इस सद्भावना बैठक में इलाके में रह रहे हिन्दू और मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों ने एक-दूसरे से मिलकर गिले-शिकवे दूर किए और हाल ही में हुई घटनाओं पर माफी मांगी।
इस मौके पर उत्तर पश्चिम दिल्ली की डीसीपी ऊषा रंगनानी ने कहा कि यह विश्वास बहाली का उपाय था। सभी एक साथ रह रहे हैं। इस देश में हिंदू और मुसलमान भाई की तरह रहते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे। हम सुरक्षा व्यवस्था कम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि, 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा में कुछ असमाजिक तत्वों की वजह से दो समुदाय के लोगों के बीच हिंसा भड़क गई थी, जिसमें एक आम नागरिक और आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक दोनों समुदायों के 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दो किशोरों को भी हिरासत में लिया गया है।