नई दिल्लीः गुरुग्राम में होने वाली जुमा की नमाज़ को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुग्राम में मस्जिद न होने के कारण प्रशासन ने पार्क में जुमा की नमाज़ अदा करने की अनुमति दी हुई थी, लेकिन हिंदूवादी संगठनों के विरोध के कारण प्रशासन ने कई जगह की अनुमति रद्द कर दी थी। एक तरफ जहां नमाज़ को लेकर हिंदुवादी संगठन विरोध कर रहे हैं, वहीं सौहार्द की ख़बरें भी सामने आ रही हैं। पिछले शुक्रवार को प्रताप राव नामी एक हिंदू शख्स ने सैक्टर 12 में नमाज़ को लेकर हुए विवाद के मद्देनज़र अपनी दुकान में नमाज़ अदा कराई थी। अब हिंदी के वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव ने अपने घर पर नमाज़ अदा करने की पेशकश की है।
मैं गुरुग्राम में ही रहता हूँ लेकिन जहाँ नमाज़ हो रही थी या विरोध हो रहा था उन जगहों से काफ़ी दूर। पास होता तो निश्चय ही अपना घर नमाज़ के लिए खोलता। मेरे घर में नमाज़ होगी तो वह पवित्र ही होगा। जिन कारणों-तरीकों से विरोध हो रहा था वे गहरी पीड़ा दे रहे थे।
— राहुल देव Rahul Dev (@rahuldev2) November 17, 2021
राहुल देव ने ट्वीट कर कहा कि “मैं गुरुग्राम में ही रहता हूँ लेकिन जहाँ नमाज़ हो रही थी या विरोध हो रहा था उन जगहों से काफ़ी दूर। पास होता तो निश्चय ही अपना घर नमाज़ के लिए खोलता। मेरे घर में नमाज़ होगी तो वह पवित्र ही होगा। जिन कारणों-तरीकों से विरोध हो रहा था वे गहरी पीड़ा दे रहे थे।”
एक भारतीय होने के नाते और Idea Of India में विश्वास होने के नाते मैं आपके इस विचार का दिल से सम्मान करता हूं, आपको सलाम करता हूं।लेकिन @rahuldev2 सर मेरा बस इतना सवाल है कि आपको यह विचार प्रताप राव जैसे हिंदू और सिख समुदाय की पहल की बाद आया है? या यह विचार अबसे पहले भी आया था?
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) November 17, 2021
राहुल के इस ट्वीट पर पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने सवाल दाग़ा है। उन्होंने सवाल किया कि “एक भारतीय होने के नाते और Idea Of India में विश्वास होने के नाते मैं आपके इस विचार का दिल से सम्मान करता हूं, आपको सलाम करता हूं। लेकिन राहुल देव सर मेरा बस इतना सवाल है कि आपको यह विचार प्रताप राव जैसे हिंदू और सिख समुदाय की पहल की बाद आया है? या यह विचार अबसे पहले भी आया था?”
आज आपने कुछ नरम बात लिखी, मेहरबानी। इस प्रकरण को लेकर पीड़ा तो शुरू से थी, कुछ पहल के बारे में सोच भी रहा था लेकिन अपना घर नमाज़ के लिए खोलने का विचार प्रताप-सिद्धू की ख़बर पढ़ कर ही आया। अब आ गया है तो सोच रहा हूँ अपने मुसलमान मित्रों को घर पर नमाज़ पढ़ने की दावत दूँ एक दिन।
— राहुल देव Rahul Dev (@rahuldev2) November 17, 2021
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल देव ने कहा कि आज आपने कुछ नरम बात लिखी, मेहरबानी। इस प्रकरण को लेकर पीड़ा तो शुरू से थी, कुछ पहल के बारे में सोच भी रहा था लेकिन अपना घर नमाज़ के लिए खोलने का विचार प्रताप-सिद्धू की ख़बर पढ़ कर ही आया। अब आ गया है तो सोच रहा हूँ अपने मुसलमान मित्रों को घर पर नमाज़ पढ़ने की दावत दूँ एक दिन।
सिखों की पेशकश
दरअस्ल बीते रोज़ सिख समुदाय ने मुसलमानों से अपील की है कि वे गुरुद्वारे में जुमा की नमाज़ अदा कर सकते हैं। गुरुग्राम को शुक्रवार को खुले में होने वाली नमाज़ का हिंदू संगठन विरोध करते हैं,धार्मिक नारे लगाते हैं तो कभी नमाज़ पढ़ने की जगह पर गोबर डाल देते हैं, इसको देखते हुए गुरुग्राम के तमाम हिंदू जुमें की नमाज़ के लिए अपनी जगह दे रहें तो सिख कह रहे हैं कि नमाज़ गुरुद्वारे में पढ़ें।
गुरूग्राम को शुक्रवार को खुले में होने वाली नमाज़ का हिंदू संगठन विरोध करते हैं,धार्मिक नारे लगाते हैं तो कभी नमाज़ पढ़ने की जगह पर गोबर डाल देते हैं, इसको देखते हुए गुरूग्राम के तमाम हिंदू जुमें की नमाज़ के लिए अपनी जगह दे रहें तो सिख कह रहे हैं कि नमाज़ गुरुद्वारे में पढ़ें.. https://t.co/Z7cR346RWK
— Saurabh shukla (@Saurabh_Unmute) November 17, 2021
इबादत से रोकना गुनाह है: शेरगिल सिंह सिद्धू
गुरु सिंह सभा की तरफ से शेरगिल सिंह सिद्धू ने इसकी जानकारी दी। वह गुरुग्राम में श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान हैं। वह बोले, ‘हमारे प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी ने हमे यही सिखाया है कि अव्वल अल्लाह नूर उपाया, कुदरत दे सब बंदे, एक नूर ते सब जग उपजाया कौन भले को मंदे।’
शेरगिल सिंह ने कहा कि हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल) में भी नमाज अदा की जाती रही है। उन्होंने कहा कि इबादत से रोकना गुनाह है। बता दें कि इससे पहले सेक्टर 12-A के अक्षय यादव ने भी ऐसा ही भाईचारा दिखाया था। उन्होंने कहा था कि मुस्लिम समुदाय के लोग वहां उनकी निजी दुकानों में (जिनको खाली कराया गया है) नमाज अदा कर सकते हैं।