नई दिल्लीः गुड़गांव में जुमा की नमाज़ को लेकर चल रहे विवाद पर मेवात के नूह से विधायक चौधरी आफताब अहमद ने गुड़गांव में मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों से बैठक कर नमाज़ मामले में बैठक की। कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने बताया कि मैंने 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर अवगत कराया था कि नमाज़ में या अन्य धार्मिक प्राथना में वयाधान डालने वाले असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए। लेकिन मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया जिससे असामाजिक तत्वों ने शरारत से आपसी भाईचारे को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि बीजेपी सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था को बनाए रखने में विफल साबित हो गई है। जब प्रशासन ने 37 जगहों पर नमाज़ की मंजूरी दी थी तो फिर चंद शरारती तत्वों के विरोध के बाद दर्जन भर जगहों पर मंजूरी को रद्द कर दिया और जहां मंजूरी दी थी वहां भी नमाज़ में खलल शरारती तत्वों द्वारा डाला गया। इससे साफ है कि बीजेपी सरकार में शरारती तत्वों को खूब पोषण मिल रहा है।
आज गुडगांव में मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों से बैठक कर नमाज़ मामले में बैठक की।
मैंने 8 Oct को @cmohry को पत्र लिखकर अवगत कराया था कि नमाज़ में या अन्य धार्मिक प्राथना में व्याधान डालने वाले असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए, लेकिन CM ने गंभीरता से नहीं लिया…
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चौधरी आफताब अहमद ने मांग की कि प्रदेश सरकार वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर हुए कब्जे को छुड़वाएं और उन्हें वक्फ बोर्ड को सौंपे ताकि नमाज़ पढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मुहैय्या हो सके। जब तक वक्फ बोर्ड की संपत्तियों से अवैध कब्जे को हटाया नहीं जाता तब तक सरकार सुनिश्चित करे कि नमाज़ में व्याधान नहीं हो, और ऐसा करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि गुडगांव एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शहर है जिसका हरियाणा के विकास में बड़ा योगदान है, इस तरह के मामले शहर की ख्याति को नुक़सान पहुंचा रहे हैं जिसका फर्क यहां निवेश में भी पड़ सकता है, इसलिए मुख्यमंत्री मामले में दख़ल देकर नमाज़ में खलल डालने वालों से सख्ती से निपटें।