AIMIM से गुड्डू जमाली की ‘बसपा में घर वापसी’ अब आजमगढ़ लोकसभा सीट से लड़ेंगे उपचुनाव

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) छोड़ने वाले पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू लमाली ने एक बार फिर घर वापसी कर ली है। इसके साथ ही रविवार को बसपा ने भी आजमगढ़ सीट पर संभावित लोकसभा उपचुनाव में उनकी उम्मीदवारी घोषित कर दी है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

बसपा सुप्रीमो मायावती की अध्यक्षता में यहां संपन्न हुयी पार्टी की अहम बैठक में जमाली को प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा की गयी। मायावती ने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की समीक्षा के लिये आज बसपा की उत्तर प्रदेश इकाई की बैठक बुलाई थी। इसमें पार्टी की भावी रणनीति की घोषणा के साथ जमाली की उम्मीदवारी भी घोषित की गयी।

जमाली ने बसपा में अपनी वापसी की पुष्टि करते हुए यूनीवार्ता काे बताया कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मायावती के प्रति अपनी निष्ठा को बरकरार रखते हुए घर वापसी की है। उन्होंने कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई की बैठक में बसपा प्रमुख ने आजमगढ़ से उपचुनाव में उनकी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है। ज्ञात हो कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा आजमगढ़ लोकसभा सीट से बतौर सांसद इस्तीफा देने के कारण यह सीट रिक्त हुयी है और जल्द ही इस पर उपचुनाव होना है। अखिलेश ने मैनपुरी की करहल सीट से विधायक चुने जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है।

गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में जमाली बसपा के टिकट पर आजमगढ़ जिले की मुबारकपुर सीट से विधायक चुने गये थे। उन्होंने 2022 में चुनाव से ठीक पहले बसपा छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने की कोशिश की, मगर सपा से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के टिकट पर मुबारकपुर से चुनाव लड़ा। इस सीट पर वह 36 हजार से अधिक वोट पाकर चौथे स्थान पर रहे। हालांकि वह अपनी जमानत बचाने वाले एआईएमआईएम के एकमात्र उम्मीदवार थे।

इस बीच बसपा अध्यक्ष मायावती ने पार्टी नेताओं की बैठक में संगठन से संबंधित कुछ अहम घोषणायें करते हुए पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के लिये प्रमुख दिशा निर्देश भी जारी किये। बसपा की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार बैठक में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय प्रभारी (नेशनल कोऑर्डिनेटर) बनाने का ऐलान किया है।

इसके अलावा मायावती ने बसपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर अपने पद पर बने रहने की घोषणा करते हुए कहा कि उन्होंने अन्य राज्यों की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी तीन राज्य प्रभारी (स्टेट कोऑर्डिनेटर) बनाने का फैसला किया है। इसके तहत मेरठ के पूर्व सांसद मुनकाद अली, आजमगढ़ के पूर्व विधान परिषद सदस्य डा विजय प्रताप और बुलंदशहर के राजकुमार गौतम को राज्य प्रभारी बनाया है।

उन्होंने तीनों प्रभारियों को प्रदेया के सभी 18 मंडलों में संगठन की सक्रिय गतिविधियों की नियमित समीक्षा कर हर महीने बसपा अध्यक्ष को रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। मायावती ने कहा कि वह पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय प्रभारी आकाश आनंद को बसपा की उप्र में राजनीतिक एवं संगठनात्मक गतिविधियों की प्रगति रिपोर्ट लेने के लिये प्रदेश के नियमित दौरे पर भेजती रहेंगी। ज्ञात हो कि बसपा का इस चुनाव में अब तक का सबसे निराशाजनक प्रदर्शन रहा। पार्टी को मिले कुल मत प्रतिशत में गिरावट के साथ बसपा का महज एक उम्मीदवार ही विधानसभा चुनाव जीत सका।