नयी दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के पाकिस्तान को 2025 चैंपियंस ट्रॉफ़ी के अधिकार दिए जाने के ठीक एक दिन बाद, भारत सरकार ने वैश्विक टूर्नामेंट में भाग लेने को लेकर आशंका व्यक्त की है। भारत के खेल मंत्री और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कहा कि भारत सरकार आठ टीमों के वैश्विक टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम यात्रा करेगी या नहीं, इस पर निर्णय लेने से पहले पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति की निगरानी करेगी।
ठाकुर ने बुधवार को दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, “भारत सरकार – गृह मंत्रालय – पहले भी अपना इस तरह के आयोजनों के लिए निर्णय ले चुकी है। जब इस तरह के वैश्विक टूर्नामेंट होते हैं तो कई कारकों पर विचार किया जाता है।अतीत में भी, आपने देखा होगा कि कई देश वहां (पाकिस्तान) जाने और खेलने के लिए पीछे हट गए हैं क्योंकि वहां की स्थिति सामान्य नहीं है। सुरक्षा वहां की मुख्य चुनौती है, जैसे कि अतीत में टीमों पर हमला किया गया था, जो एक चिंता का विषय है। इसलिए जब समय आएगा, तब भारत सरकार परिस्थितियों के आधार पर निर्णय लेगी।”
1996 के पुरुष एकदिवसीय विश्व कप के बाद से चैंपियंस ट्रॉफ़ी पहला आईसीसी टूर्नामेंट है जिसकी मेज़बानी पाकिस्तान में की जाएगी। 2008 एशिया कप के बाद से किसी भी भारतीय टीम ने पाकिस्तान में क्रिकेट नहीं खेला है। दोनों पड़ोसियों ने पाकिस्तान में कोई द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला है ।
राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2005-06 में तीन टेस्ट और पांच एकदिवसीय मैच खेलने के लिए पाकिस्तान की यात्रा की थी। पाकिस्तान ने 2007-08 में पारस्परिक दौरे के लिए भारत का दौरा किया था, हालांकि इसके बाद 2012-13 में सफ़ेद गेंद सीरीज़ के लिए भी पाकिस्तान ने भारत का दौरा किया था, लेकिन इसके बाद भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक समीकरण के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी द्विपक्षीय सीरीज़ नहीं खेली जा सकी है। दोनों टीमों के बीच होने वाले क्रिकेट मैच को आईसीसी टूर्नामेंट तक सीमित कर दिया गया है। वहीं पाकिस्तान ने 2011 एकदिवसीय विश्व कप सेमीफ़ाइनल में खेलने के लिए और बाद में 2016 टी 20 विश्व कप में भाग लेने के लिए भारत की यात्रा की थी।