भारत में फ्रांस के राजदूत ने किया जौनपुर की ऐतिहासिक मस्जिदों और इमारतों का दौरा, बोला ‘इतिहास में पढ़ा था…’

जौनपुर: भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहा है कि उन्होंने पहले कभी उत्तर प्रदेश के जौनपुर के बारे में इतिहास की किताब में पढ़ा था, आज इस स्थान को देखकर वह अभिभूत महसूस कर रहे हैं।

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लेनैन ने शनिवार को अपने जौनपुर प्रवास के बारे में कहा, “जौनपुर बहुत अच्छा शहर है, मैंने इतिहास की किताबों में जौनपुर का नाम पढ़कर जौनपुर भ्रमण का कार्यक्रम बनाया, इस जिले का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है।” सड़क मार्ग से प्रयागराज से जौनपुर पहुंचे लेनैन ने यहां की ऐतिहासिक इमारतों का अवलोकन किया। उन्होंने शाही पुल, शाही किला, अटाला मस्जिद, लाल दरवाजा, बड़ी मस्जिद, झझरी मस्जिद, चार अंगुल मस्जिद का दीदार किया।

इस दौरान उन्होंने ऐतिहासिक इमारतों की सराहना करते हुए कहा कि जो शाही पुल बनाया गया है यह बहुत ही मनमोहक और सुंदर है। अटाला मस्जिद को देखकर उन्होंने कहा कि इन ऐतिहासिक इमारतों को देखकर ऐसा लग रहा है कि कितनी मेहनत से कारीगरों ने इसे तराशा होगा। इस दाैरान जिले के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल, क्षेत्राधिकारी नगर जितेंद्र दुबे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

लेनैन ने अपने जौनपुर प्रवास को सफल बताते हुए कहा कि भारत का इतिहास अद्भूत है। यहां विरासत की रक्षा की जाती है। इस यात्रा को यादगार बनाने के लिये उन्होंने जौनपुर की ऐतिहासिक इमारतों पर अपने परिवार के साथ तस्वीरें भी ली। इसके साथ ही वह सरकारी स्कूल के बच्चों से भी मिले। इतना ही नहीं लेनैन ने जौनपुर की प्रसिद्ध इमरती की दुकान पर जाकर इमरती की मिठास का भी जायका लिया। जौनपुर में ऐतिहासिक इमारतों का भ्रमण करने के बाद वह सड़क मार्ग से वाराणसी चले गए।