पूर्व सांसद उदित राज का तंज, ‘शूद्र का आटा,शूद्र का घी, भोग लगाएं पंडित जी।’

नई दिल्लीः पूर्व आईआरएस और 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर लोकसभा चुनाव जीतने वाले डॉक्टर उदित राज ने कोलेजियम सिस्टम विरुद्ध मोर्चा खोल रखा है। उदित राज ट्विटर पर कोलेजियम सिस्टम चला रहे हैं। उन्होंने एक कविता ट्वीट करते हुए लिखा है कि शूद्र का आटा,शूद्र का घी, भोग लगाएं पंडित जी।

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उदित राज ने ट्वीट किया कि ‘शर्मा को ससुर पांडे ने जज बनाया ,शर्मा ने मिश्रा को जज बना दिया,मिश्रा ने शर्मा के लौंडे को जज बना दिया ,मिश्रा ने चौबे को,चौबे ने दुबे को, दुबे ने त्रिवेदी,फिर चतुर्वेदी, उपाध्याय आदि अनादि इस क्रोनोलोजी को शास्त्रों में कोलेजियम सिस्टम कहा गया है.’

उन्होंने कहा कि ‘आज तक आरक्षण से संबंधित एक ही बड़ी जीत सुप्रीम कोर्ट में हो पाई जो मैंने 2006 में नागराज के मामले में लड़ा। उस समय कांग्रेस की सरकार से संपर्क करके निजी वकील किया जिनको 40लाख दिलवाया & सरकारी वकील तो थे ही।मैं खुद रणनीतिकार था तब जाकर (85 वॉ संवैधानिक)  वरिष्ठता में आरक्षण बचा?’

2019 में भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले उदित राज ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस के सहयोग से 2006 में सुप्रीम कोर्ट में नागराज जीता था।जब मायावती जी मुख्यमंत्री थीं तो लखनऊ हाईकोर्ट में प्रेम कुमार के मामले में 4 जनवरी 11को इसलिए हारे क्योंकि पैरवी नही हुई।मैं मिलने की कोशिश किया कि फैसले में गुंजाइस है कि नागराज केस की शर्तें अभी भी पूरा करके आरक्षण को बचाया जा सकता है.

उदित ने कहा कि ‘अगर मायावती जी घमंड में न होती और मिश्रा जी से घिरी न होती तो मैं मिलता और बताता कि जैसे अशोक गहलौत जी की सरकार ने समिति बनाकर सुप्रीम कोर्ट के नागराज की शर्तें पूरी करके आरक्षण का लाभ चालू रखा,वो भी ऐसा करें। उत्तर प्रदेश का आरक्षण कानून उत्तराखंड में लागू होता है और उसी से बीजपी की  सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ऐसा किया।’