नई दिल्लीः देश में फेक न्यूज के जरिए धार्मिक माहौल खराब करने के आरोप में न्यूज 18 चैनल के एंकर अमन चोपड़ा के खिलाफ राजस्थान में एफआईआर दर्ज की गई है।
द क्विंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमन चोपड़ा के खिलाफ राजस्थान के बूंदी और डुंगरपुर के बिछिवाड़ा पुलिस स्टेशन में मामले दर्ज किए गए हैं। एफआईआर में समाचार चैनल प्रोड्यूसर और संपादक को भी आरोपी बनाया गया है। ये मामले फेक न्यूज के माध्यम धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए आईपीसी की धाराओं 153, 295, 295 A, 120 B, 124 A, 67 के तहत दर्ज किए गए।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के लिये बता दें, अमन चोपड़ा की ओर से अलवर में एक मंदिर के ढाहे जाने पर प्रतिक्रिया देने के दो दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें उन्होंने तर्क दिया था कि दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में मस्जिद के आंशिक विध्वंस के बदले में ये कार्रवाई की गई है।
चोपड़ा ने अपने टेलीविजन शो में बोलते हुए कहा था कि जहांगीरपुरी का बदला महादेव पर हमला कर दिया। चोपड़ा के बयान के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने फेक न्यूज फैलाने और अपने बयान से सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी।
रिपोर्टों में कहा गया है कि अलवर में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान न केवल मंदिर बल्कि लगभग 150 दुकानों और इमारतों को भी ध्वस्त किया गया है। हालांकि, घटना के बाद कांग्रेस ने साफ किया कि राजगढ़ नगर पालिका बीजेपी शासित है और यह फैसला उसके बोर्ड ने किया है और राज्य सरकार की इस मामले में कोई भूमिका नहीं है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
अमन चोपड़ा के ख़िलाफ एफआईआर दर्ज होने पर सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रिया आ रही हैं। इसी क्रम में अपना मोर्चा संपादक राजकुमार सोनी ने फेसबुक पर टिप्पणी करते हुए लिखा न्यूज 18 इंडिया के नफरती एंकर अमन चोपड़ा के खिलाफ राजस्थान के बूंदी और डूंगरपुर जिले में देशद्रोह सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।अब कुछ दिनों तक टीवी पर चोपड़ा का थोबड़ा आपको नज़र नहीं आएगा।चोपड़ा अंडरग्राउंड हो गया है। राजस्थान की पुलिस डंडे को तेल पिलाकर चोपड़ा को खोजने के लिए निकल गई हैं। ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले दिल्ली के जहांगीरपुरी में एक मस्जिद के दरवाजे पर बुलडोजर चलाया गया था।
इस घटना के कुछ दिनों बाद ही अलवर में दो-तीन मंदिरों को तोड़ देने की घटना हुई। यहां जो मंदिर तोड़े गए उसके लिए अलवर के निगम प्रशासन ने अनुमति दी थीं।अलवर निगम में भाजपा का कब्जा है। यह सब जानने के बाद भी चोपड़ा ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए चैनल में झूठी खबर चलाई और बार-बार यह दोहराया कि जहांगीरपुरी में जो मस्जिद टूटी हैं। राजस्थान सरकार ने उसका बदला ले लिया है। इस खबर से दो समुदाय के बीच उन्माद भड़का तो देश के लेखक, बुद्धिजीवियों और अच्छे पत्रकारों ने चोपड़ा की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया में अभियान चलाया। आखिरकार देर रात चोपड़ा पर अमन-चैन में खलल डालने और विद्वेष फैलाने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया। अमन चोपड़ा खुद को प्रेम चोपड़ा समझ बैठा था। कुछ समय पहले मुंबई पुलिस ने अर्णब गोस्वामी की हेकड़ी निकाली थीं। माना जा रहा है कि अमन चोपड़ा की हेकड़ी भी निकल जाएगी।
नहीं होगी कार्रावाई
पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने अमन चोपड़ा पर हुई एफआईआर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि अमन के खिलाफ कार्रावाई नहीं होगी। वसीम अकरम त्यागी ने ट्वीट किया कि, “अमन चोपड़ा पर बूंदी में FIR दर्ज की गई है। जयपुर में भी FIR दर्ज की जा रही है। लेकिन होगा कुछ नहीं क्योंकि इससे पहले नफ़रती अमीष देवगन पर सैंकड़ों FIR राजस्थान में दर्ज हो चुकी है। गहलोत सरकार कोई कार्रवाई करना ही नहीं चाहती वर्ना दोनों जेल में होते। ये लोग अपने राजस्थान के रीजनल चैनल से गहलोत पर दबाव बनाकर छूट जाते है।गहलोत साहब न्यूज़ 18 राजस्थान भी आपका कोई भला नहीं कर रहा है। इस बार पुलिस को अपना काम करने दीजिए।”
एक और ट्वीट में त्यागी ने लिखा कि, “नेटवर्क18 का एक राजस्थान में रीजनल चैनल है।ये चैनल भी हिंदू-मुसलमान एंजेडा को प्रमोट करता है।गहलोत के खिलाफ खबरें प्लांट करता है। कांग्रेस के खिलाफ लगातार आग उगलता है। बावजूद इसके गहलोत साहब अमीष और अमन को बचा रहे है। इस बार फिर ये चैनल आपके दरवाज़े पर नाक रगड़ने आएगा लेकिन अबकी बार कानून को अपना काम करने दीजिएगा। अमीष वाले मामले में भी पुलिस के हाथ खोल दीजिए।”